नई दिल्ली: रक्षा सचिव श्री जी. मोहन कुमार ने रक्षा लेखा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से विभाग के क्रिया-कलापों को एक सामान्य सुविधा प्रदात्ता से एक समर्पित एवं कारगर सेवा प्रदात्ता के रूप में रूपांतरित होने के लिए नव प्रवर्तक तरीके इजाद करने का आग्रह किया है। आज यहां रक्षा लेखा विभाग के 270वें वार्षिक दिवस समारोह को संबोधित करते हुए श्री कुमार ने पूर्व सैनिकों के लिए चिर-प्रतीक्षित ओआरओपी योजना, जिसे केन्द्र सरकार ने 7 नवम्बर, 2015 को अधिसूचित किया था, को त्वरित गति से क्रियान्वित करने में विभाग की भूमिका की सराहना की। उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि विभाग लगभग 1,306 करोड़ रुपये के बजट से लगभग 19000 लोगों के अपने समर्पित श्रम बल की सहायता से अपनी दुष्कर जिम्मेदारियों का निर्वहन करता है।