देहरादून: प्रदेश के श्रम, दुग्ध विकास, सेवायोजन, लघु एवं सूक्ष्म उद्योग, खादी तथा ग्रामाद्योग एवं औद्योगिक शिक्षण संस्थान मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल की अध्यक्षता में विधान सभा स्थित सभागार में दुग्ध विकास विभाग के अन्तर्गत दुग्ध संघों की समीक्षा बैठक हुई।
उन्होंने जनपद/दुग्ध संघवार दुग्ध सहकारी समितियों के गठन की समीक्षा करते हुए अधिकतम ग्राम क्षेत्रों में दुग्ध सहकारी समितियों के गठन हेतु निर्देश जारी किये गये। जनपदवार दुग्ध उपार्जन की समीक्षा करते हुए वर्तमान में संग्रह हो रहे प्रतिदिन 1.78 लाख लीटर को बढ़ाकर 2.00 लाख लीटर तक ले जाने के निर्देश दियेे साथ ही दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थो के विपणन की समीक्षा भी की गयी।
उन्होंने पशुआहार निर्माणशाला हेतु फ्रीसेल शीरे की आपूर्ति हेतु सम्पूर्ण वर्ष के लिए एक मुश्त अनुमति प्रदान किये जाने के निर्देश दियेे। वित्तीय वर्ष 2016-17 हेतु राज्य योजना अन्तर्गत प्राविधानित कुल बजट 3285.97 लाख के सापेक्ष वर्तमान तक 674.38 लाख की जारी की गयी स्वीकृति के व्यय में गति लाते हुए शेष स्वीकृतियां जारी करने के निर्देश दुग्ध विकास अधिकारियों को दिये।
दुग्धशाला के सुदृढ़ीकरण योजना के अन्तर्गत गत् वर्षो में जनपद पिथौरागढ़ के दुग्ध संघ को सुदृढ़ीकरण हेतु सहायता उपलब्ध करायी गयी है। चालू वित्तीय वर्ष में चम्पावत एवं जनपद अल्मोड़ा को सहायता उपलब्ध कराये जाने के निर्देश कैबिनेट मंत्री ने दिये। उन्होंने राज्य में गठित दुग्ध संघों में रिक्त पदों पर नियुक्ति हेतु प्रक्रिया का निर्धारण कर 03 सदस्यों की एक कमेटी गठित करते हुए समिति को शीघ्र अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
उन्होने राज्य के दुग्ध संघों एवं उत्तराखण्ड सहकारी डेरी फैडरेशन लि0 हेतु जारी केन्द्रीय सेवा संवर्ग नियंत्रण नियमावली-2016 में संशोधन हेतु सुझाव देने के लिए 04 सदस्यों की एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिये कमेटी में 03 सदस्य दुग्ध संघों के अध्यक्ष तथा 01 सदस्य सामान्य प्रबन्ध प्रशासन उत्तराखण्ड सहकारी डेरी फैडरेशन लि0 से होगा। उन्होंने दुग्ध विकास कार्यक्रमों में तीव्र गति से कार्य करने के निर्देश दिये।