डाक विभाग अब पत्र व पार्सलों के साथ-साथ सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं और इनके लाभों को भी लोगों तक पहुँचा रहा है। वित्तीय सशक्तिकरण और अंत्योदय में डाक विभाग की अहम भूमिका है। एक ही छत के नीचे तमाम सेवाएं उपलब्ध कराकर डाकघरों को बहुद्देशीय बनाया गया है। बचत, बीमा, आधार, पासपोर्ट, कॉमन सर्विस सेंटर, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, गंगाजल बिक्री, क्यूआर कोड आधारित डिजिटल भुगतान जैसी तमाम जनोन्मुखी सुविधाएं डाकघरों में उपलब्ध हैं। इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से लोगों को घर बैठे बैंकिंग सहित तमाम सुविधाएँ प्राप्त हो रही हैं। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बलिया में आयोजित ‘वित्तीय सशक्तिकरण महोत्सव’ का शुभारम्भ करते हुए बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। इस दौरान 10,000 से अधिक खाते खोले गए। बेटियों को ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ की पासबुक वितरित करते हुए कहा कि जहाँ इसके माध्यम से बेटियाँ आत्मनिर्भर बनेंगी वहीं ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना भी साकार होगी। पोस्टमास्टर जनरल ने सीईएलसी प्रतियोगिता के विजेता – श्री शिवजी यादव, शाखा डाकपाल खरहाटार, गडवार का स्कूटी देकर उत्साहवर्धन किया | इसके अतिरिक्त उत्कृष्ट कार्य करने वाले अन्य कर्मचारियों को भी सम्मानित किया। बच्चियों को सुकन्या समृद्धि योजना की पासबुकें सौंपकर उनके सुखद भविष्य की कामना की और समृद्ध सुकन्या- समृद्ध समाज का संदेश भी दिया।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आकर्षक ब्याज दरों के कारण डाकघर की बचत योजनाएँ बेहद लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी दर पीढ़ी सुरक्षित निवेश करते आ रहे हैं। इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक आज एक चलते फिरते बैंक के रूप में कार्य कर रहे हैं। किसानों सहित अन्य तमाम लाभार्थियों के बैंक खातों में आने वाली डीबीटी राशि की निकासी के लिए अब किसी को भी बैंक या एटीएम जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे ही अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते से डाकिया के माध्यम से निकासी कर सकते हैं। आईपीपीबी में खाता होने पर डाकघर की सुकन्या, आरडी, पीपीएफ, डाक जीवन बीमा में भी ऑनलाइन जमा किया जा सकता है। ई-श्रम, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, वाहनों का बीमा, स्वास्थ्य बीमा, दुर्घटना बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी तमाम सेवाओं का लाभ भी डाकिया के माध्यम से लिया जा सकता है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने हेतु आधार जरूरी है, ऐसे में अब घर बैठे डाकिया के माध्यम से ही आधार से लिंक मोबाइल नम्बर भी अपडेट किया जा सकता है। डाकिया अब घर बैठे पेंशनर्स का जीवित प्रमाण पत्र भी बना रहे हैं, जिसका शुल्क मात्र 70 रुपये निर्धारित है। इससे पेंशनरों को जीवित प्रमाण पत्र कोषागार या सम्बंधित विभाग में जमा करने के लिए कोषागार/सम्बंधित बैंकों या जनसेवा केन्द्रों के चक्कर लगाने से निजात मिलेगी।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को ‘डाक जीवन बीमा’ का लाभ प्राप्त हो सके, इसके लिए डाक जीवन बीमा के दायरे में विस्तार किया गया है। अब केंद्र सरकार व राज्य सरकारों से मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय/संस्था के सभी स्नातक/डिप्लोमा धारक भी डाक जीवन बीमा का लाभ उठा सकेंगे।ग्राहक केंद्रित सेवाओं के विस्तार के क्रम में डाकघरों में काॅमन सर्विस सेंटर की स्थापना से अब एक साथ केंद्र व विभिन्न राज्य सरकारों की 73 सेवाएँ आसानी से मिल रही हैं। डाकघर में एक ही छत के नीचे बचत, बीमा और डिजिटल बैंकिंग उपलब्ध होने से लोगों के पास सुरक्षित निवेश के ढेरों विकल्प मौजूद हैं। डाक विभाग ने अपने खाताधारकों के लिए ई-पासबुक सेवा की शुरुआत की है। ई-पासबुक सेवा का उपयोग कर जहाँ डाकघर की विभिन्न लघु बचत योजनाओं के खाताधारक अपने खातों के बैलेंस जान सकेंगे वही एसबी, सुकन्या व पीपीएफ खातों के मिनी स्टेटमेंट भी ऑनलाइन नि:शुल्क प्राप्त कर सकेंगे ।
बलिया मंडल के डाक अधीक्षक श्री संजय त्रिपाठी ने कहा कि बलिया डाक सेवाओं से जनमानस को जोड़ने में सदैव अग्रणी रहा है। विभिन्न डाक योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने हेतु जनसम्पर्क किया जा रहा है तथा अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
इस कार्यक्रम में डाक अधीक्षक श्री संजय त्रिपाठी, ग्राम प्रधान जीराबस्ती गुड़िया तिवारी, सहायक डाक अधीक्षक मारुतनंदन, पीके पाठक, अजय कुमार, उपमंडलीय निरीक्षक अंगद कुमार यादव, रविन्द्र कुमार साह, श्रीकान्त पाल, पोस्टमास्टर बलिया प्रधान डाकघर अब्दुल कलाम, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक मैनेजर आलोक कुमार सिंह सहित तमाम अधिकारियों – कर्मचारियों एवं जनमानस ने भागीदारी की।