क्रालजेवाे: भारत को मेजबान सर्बिया से डेविस कप विश्व ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले में 0-4 से हार का सामना करना पड़ा। भारत को रविवार को पहले उलट एकल में हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद पांचवां मैच नहीं खेला गया। भारत के 0-3 से पिछड़कर मुकाबला गंवा देने के बाद गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति ने पहले उलट एकल के लिए रामकुमार रामनाथन की जगह एन श्रीराम बालाजी को उतारा लेकिन उन्होंने इस मौके का कोई फायदा नहीं उठाया और आसानी से समर्पण कर गए।
बालाजी को पेद्जा कर्स्टिन ने मात्र 66 मिनट में 6-3 6-1 से पीट दिया। बालाजी ने मैच में पांच बार अपनी सर्विस गंवाई। उलट एकल मैचों का कोई महत्त्व नहीं रह जाने के बाद इन मैचों को बेस्ट ऑफ थ्री सेट का कर दिया गया था। बालाजी को ड्रॉ के अनुसार युगल मैच में रोहन बोपन्ना के साथ खेलना था लेकिन युगल में बालाजी की जगह शनिवार को साकेत मिनेनी को बोपन्ना के साथ उतारा गया। भारतीय जोड़ी ने यह मुकाबला निकोला मिलोजैविच और डेनिलो पेत्रोविच को गंवा दिया। सर्बियाई जोड़ी ने यह मैच 7-6 6-2 7-6 से जीता।
इससे पहले शुक्रवार को रामकुमार को पहले एकल मैच में सर्बिया के लासलो जेरे ने 3-6 6-4 7-6 6-2 से और दूसरे एकल में प्रजनेश गुणेश्वरन को दुसान लाजोविच ने 6-4 6-3 6-4 से हराया था। डेविस कप में अगले वर्ष से नए फॉर्मेट का इस्तेमाल होगा। इस हार के बावजूद भारतीय टीम तत्काल एशिया ओसनिया जोन में नहीं लौटेगा बल्कि वह 24 टीमों के क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में खेलेगा जो होम और अवे आधार पर खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट से भारत को 18 टीमों के डेविस कप फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिलेगा जो अगले वर्ष 18 से 24 नवम्बर तक मेड्रिड या लिली में खेला जाएगा।