दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत देश की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने का समारोह मनाने के लिए 18 दिसंबर, 2021 को वर्चुअल माध्यम से “ग्रामीण वित्तीय समावेशन पर संवाद” नामक एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में बैकों के कार्यकारी निदेशकों, मुख्य महाप्रबंधकों/महाप्रबंधकों, अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों/राज्य प्रबंध निदेशकों ने भाग लिया। ग्रामीण विकास मंत्रालय के ग्रामीण आजीविकाओं के संयुक्त सचिव श्री चरणजीत सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री नागेंद्र नाथ सिन्हा ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में, बैकों के साथ प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत डीएवाई – एनआरएलएम के तहत खाताधारी सत्यापित एसएचजी सदस्यों के लिए 5,000/- रुपये के ओवरड्राफ्ट की सुविधा ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री नागेंद्र नाथ सिन्हा द्वारा लॉन्च की गई। यह सुविधा वित्त मंत्री द्वारा 2019-20 के बजट भाषण में की गई उनकी घोषणा के अनुसरण में शुरू की गई है। तीन राज्यों यानी राजस्थान, झारखंड और उत्तर प्रदेश (प्रत्येक राज्य से दो-दो) से छह महिला एसएचजी सदस्यों को संबंधित राज्यों के राज्य मुख्यालयों में आयोजित समारोहों में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों/वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा योजना की शुरुआत के अवसर पर 5,000 रुपये का चेक प्रदान किया गया। अनुमान है कि डीएवाई-एनआरएलएम के तहत लगभग 5 करोड़ महिला एसएचजी सदस्य इस सुविधा से लाभान्वित होंगी।
उत्तर प्रदेश में 5,000/- रुपये का ओवरड्राफ्ट चेक प्राप्त करने वाली महिला एसएचजी सदस्य।
इस ओडी सुविधा की शुरुआत के बाद, ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न पहलों को कवर करते हुए ग्रामीण विकास मंत्रालय के ग्रामीण आजीविकाओं की संयुक्त सचिव सुश्री नीता केजरीवाल द्वारा “ग्रामीण अर्थव्यवस्था के पुनरोत्थान” पर एक प्रस्तुति दी गई और उन्होंने बैंकों से इस मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्रमों के साथ उनके ऋण उत्पादों को संयोजित करने का अनुरोध किया जिससे कि ग्रामीण लोगों को उनके लिए आजीविका का निर्माण करने के लिए ऋण उपलब्ध कराए जा सके तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को रूपांतरित करने में मदद की जा सके। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रमुख वक्ताओं में भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य महाप्रबंधक सुश्री वसुधा भट्ट कुमार शामिल हैं, जिन्होंने “ग्रामीण अर्थव्यवस्था के पुनरोत्थान करने में महिला उद्यमों की भूमिका” पर चर्चा की। जीविका (बिहार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री बालमुर्गन डी तथा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक श्री राजीव पुरी ने “ग्रामीण जनता की वित्तीय शिक्षा – चुनौतियां और आगे का रास्ता” पर अपने विचार व्यक्त किए। असम राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एएसआरएलएम) की राज्य मिशन निदेशक श्रीमती कृष्णा बरुआ ने पूर्वोत्तर क्षेत्रों में ग्रामीण लोगों के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों को प्रदर्शित करते हुए “कठिन क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन – उत्तर पूर्वी क्षेत्रों के लिए एक केस” पर एक पावर प्वाइंट प्रस्तुति दी। 75 स्थानों पर आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) के कुल 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
वर्ष 2020-21 के दौरान एसएचजी बैंक लिंकेज कार्यक्रम के तहत बैंकों के निष्पादन के लिए वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की गई और निम्नलिखित बैंकों को पुरस्कृत किया गया:
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- पंजाब नेशनल बैंक
- इंडियन बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक
संयुक्त सचिव सुश्री नीता केजरीवाल ने सभी पुरस्कार विजेता बैंकों को बधाई दी और कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी तथा विचार-विमर्शों के लिए सभी लोगों को धन्यवाद दिया।