रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय राजमार्ग 310 के 19.85 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग को राष्ट्र को समर्पित किया है। इससे पहले वैकल्पिक मार्ग को प्राकृतिक कारणों से काफी नुकसान पहुंचा था जिसकी वजह से यह जरूरी हो गया था क्योंकि यह सड़क पूर्वी सिक्किम और खासकर नाथुला सेक्टर में रक्षा तैयारियों के लिहाज से काफी अहम मानी जाती है। खराब मौसम के कारण यह कार्यक्रम 33 कोर के मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने इस उपलब्धि के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के प्रयासों की सराहना की और यह भी कहा कि सिक्किम में सीमा सड़कों के दो लेन बनाने का काम जारी है।
रक्षा मंत्री ने देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे की प्रगति के सरकार के प्रयासों पर जोर दिया और यह भी कहा कि यह न केवल रक्षा तैयारियों को मजबूत करने बल्कि इन क्षेत्रों के सामाजिक, आर्थिक विकास के लिए बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री की ‘पूर्वोत्तर राज्यों की ओर देखो नीति’ के अनुरूप आधारभूत ढांचे को विकास देने के केन्द्र सरकार के संकल्प को दोहराते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वैकल्पिक मार्ग को बनाने का काम पिछले दो वर्षों में किया गया है।
सिक्किम के मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि इस नए वैकल्पिक मार्ग से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि राज्य का सामाजिक, आर्थिक विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को सबसे अधिक सहारा पर्यटन से मिलता है और बीआरओ तथा केन्द्र सरकार ने जिस रफ्तार का इस सड़क का निर्माण कार्य कराया है वह काफी सराहनीय है।
बीआरओ ने पिछले कुछ वर्षों में सामग्री, उपकरण और निर्माण तकनीकों में नवाचार को अपनाते हुए अपनी सामर्थ्य में अभूतपूर्व विस्तार किया है। अटल सुरंग, डीएस-डीबीओ रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग 310 का नया वैकल्पिक मार्ग इसके उच्च गुणवत्ता और त्वरित रफ्तार के उदाहरण है। रक्षा मंत्री ने बीआरओ की ओर से भविष्य में किए जाने वाले निर्माण कार्यों को भी रेखांकित किया और भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत मिशन में जोरदार प्रगति होगी।