देहरादून: राज्य सरकार उत्तराखण्ड में चिकित्सा अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चिकित्सा शिक्षा में अधिक से अधिक निवेश कर रही है। राज्य के अल्मोड़ा मेडिकल काॅलेज को अगले वर्ष तक एमसीआई से मान्यता प्राप्त हो जायेगी। 2018-19 तक रूद्रपुर, पिथौरागढ़ के मेडिकल काॅलेज भी आरम्भ हो जायेगंे। भगवानपुर तथा कोटद्वार में मेडिकल काॅलेज के लिए भूमि चयन की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जायेगी। कलियार शरीफ में यूनानी मेडिकल काॅलेज के लिए भी भूमि चयन प्रक्रिया शीघ्र आरम्भ कर दी जायेगी। हरिद्वार, रूद्रपुर तथा नैनीताल में मेडिकल काॅलेजो की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। राज्य में दो आयुष हाॅस्पिटल खोले जायेगे तथा अक्टूबर तक 3 नर्सिग काॅलेज का लोकापर्ण किया जायेगा। राज्य की कठिन भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए हैली सर्विसिज व गौचर व पिथौरागढ़ में हैली पैड का निमार्ण किया गया है जिनका प्रयोग दूरस्थ स्थानों तक चिकित्सा सुविधा पहुचाने के लिए किया जायेगा। राज्य में कनैक्टिविटी बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। राज्य सरकार अपने डाक्टरों को पूरे देश में सबसे अच्छी कैरियर प्रमोशन फेसिलिटी दे रही है। उत्तराखण्ड सरकार की प्लेसमेंट पाॅलिसी सर्वश्रेष्ठ व अपने आप में अद्वितीय है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राजकीय दून मेडिकल कालेज देहरादून के लोकापर्ण कार्यक्रम में शनिवार को मुख्य अतिथि के रूप में उक्त विचार व्यक्त किये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने दून मेडिकल कालेज की स्थापना से जुड़े सभी व्यक्तियों तथा राज्य व देहरादून के लोगो को लोकापर्ण के अवसर पर बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार राज्य में चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाएॅं निर्धन से निर्धन व्यक्ति को सरलता से उपलब्ध करवाने हेतु प्रतिबद्ध है। इसके लिए चिकित्सा सुविधाओं का दूरस्थ क्षेत्रों में प्रसार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्र्तगत 50000 रूपये की बीमा राशि को बढ़ाकर 1 लाख 75 हजार रूपये कर दी गई है। उन्होने आशा कार्यकत्रियों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड को एक अभियान चलाकर बनवाने की अपील की। श्री रावत ने दाईयों तथा आशा कार्यकत्रियों को भी प्राथमिक चिकित्सा की उचित प्रक्षिशण देने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्तमान में हम एक तेजी से विकसित होते हुए राज्य है। हम एक उभरती हुए शक्ति है तथा ऐसे समय में सरकार को विकास नीतियों व कार्यक्रमो को संचालित करने में सबके सहयोग व समर्थन अपेक्षा है। हम कई क्षेत्रों मे अच्छा कर रहे है। उत्तराखण्ड में विकास की असीम सम्भावनाएं है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों व पूर्वजों ने हमें शिक्षा की व्यापक आधारभूत सरंचना दी है हमें उसका पूरा प्रयोग करना है। आज हम एक उच्च वृद्धि दर वाले राज्य है हमें अपनी इस स्थिती को बनाये रखना है। राष्ट्र के रूप में हम एक युवा देश है। 2025 तक 25 करोड़ कुशल मानव शक्ति की मांग बढ़ने वाली है तथा इस संदर्भ में हमारे कुशल युवा ही हमारी शक्ति होगे। हमें शिक्षा के लिए एक अच्छा व रचनात्मक वातावरण तैयार करना है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै, मेयर देहरादून विनोद चमोली, प्रमुख सचिव ओमप्रकाश, जिलाधिकारी रविनाथ रमन आदि उपस्थित थे।