देहरादून: गांधी इण्टर कॉलेज डिस्पेसरी रोड़, देहरादून में आयोजित अशासकीय प्रधानाचार्यां के सम्मान/विदाई कार्यक्रम में बतोर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अपनी शानदार सेवा के बाद जो लोग सेवानिवृति हो रहे है। वह हम सब के आदर के पात्र है। हम लोगों ने कितने लोगों का जीवन का रास्ता दिखाया होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक हमारे जीवन, राज्य व राष्ट्र का निर्माता है। किसान व शिक्षक दोनों ही हमारे राष्ट्र निर्माण के महत्वपूर्ण सारथी है। हमें शिक्षकों से बहुत सारी अपेक्षाएं है। उन्होंने कहा कि अभी शिक्षा विभाग को बहुत सारे कार्य करने है। शासकीय हो या अशासकीय विद्यालय में प्रधानाचार्यां नियुक्ति जल्द करनी है। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी विद्यालयों में प्रधानाचार्यां की नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ्र करें। उन्होंने प्रधानाचार्यां को प्रशासनीक जिम्मेदारी दिये जाने की बात कही। जिससे वह स्वतन्त्र रूप से शैक्षिणिक कार्यां को गति दे सके। उन्होंने कहा कि शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के मतभेदों को कम किया जायेगा। उन्होंने प्रधानाचार्य की पांच सुत्रीय मांग पत्र पर नियमों के तहत शीघ्र आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
