दिल्ली: हरियाणा से दिल्ली को पेयजल आपूर्ति करने वाली मूनक नहर पर कब्जा जमाए बैठे जाट आंदोलनकारियों को सेना ने खदेड़ दिया। सेना ने रविवार को देर रात चलाए आप्रेशन में नहर पर कब्जा कर लिया और सोमवार की
सुबह करीब नौ बजे दिल्ली को टेस्टिंग के तौर पर पानी भी छोड़ दिया गया।
तीन दिन से था नहर पर कब्जा जाट आंदोलनकारी पिछले तीन दिनों से मूनक नहर पर कब्जा जमाए बैठे थे। सेना की बटालियन ने रविवार की दोपहर एक बार नहर पर कब्जा कर लिया था। लेकिन आंदोलकारियों के एक व्यक्ति की मृत्यु के बाद वह उग्र हो गए और फिर से नहर पर कब्जा कर लिया। सेना ने देररात फिर से ऑपरेशन शुरू किया और आंदोलनकारियों को भगाकर सुबह चार बजे नहर एवं पाइप लाइन पर कब्जा कर लिया। दिल्ली में 60 फीसदी से ज्यादा जल की आपूर्ति हरियाणाा से आने वाली इस नहर से होती है ।
सेना के जवान नहर के आसपास लगातार गश्त कर रहे हैं। आंदोलनकारियों ने दिल्ली को पेयजल सप्लाई करने वाली पाइप को भी कई जगहों से तोड़ दिया था। जिसके चलते सेना की मौजूदगी में हरियाणा व दिल्ली के कर्मचारियों ने पाइप की मरम्मत की। इसी बीच आज सुबह करीब 9 बजे पहली बार हरियाणा से दिल्ली को पेयजल आपूर्ति की गई। उधर सेना ने देररात आप्रेशन चलाकर चंडीगढ़-दिल्ली मुख्य मार्ग पर बैठे जाट आंदोलनकारियों को भगा दिया। सेना द्वारा मुख्य मार्ग पर लगातार गश्त की जा रही है। इसी दौरान करीब तीन दिन के अंतराल के बाद चंडीगढ़ से आज सुबह हरियाणा रोडवेज की पहली बस दिल्ली के लिए रवाना हुई। दिल्ली जाने वाली इन बसों के साथ सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस को तैनात किया गया है।
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