लखनऊ: मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0 श्री आलोक कुमार ने कहा कि प्रदेश में क्षय रोग तथा एच0आई0वी0/एड्स की रोकथाम और मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। परिवार नियोजन कार्यक्रम की तरह एच0आई0वी0/एड्स के नियंत्रण को भी प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव/स्क्रीनिंग के समय एच0आई0वी0 किट अवश्य उपलब्ध होनी चाहिए, ताकि एच0आई0वी0/एड्स का संक्रमण माता से नवजात शिशु मंे न होने पाये। साथ ही उन्होनंे प्रत्येक गर्भवती महिला की एच0आई0वी0/एड्स की जांच अवश्य कराए जाने पर बल दिया।
श्री आलोक कुमार आज यहां गोमतीनगर स्थित होटल लीनिएज में राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी द्वारा आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला में जिला एड्स नियंत्रण अधिकारियों/जिला क्षय नियंत्रण अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्हांेने कहा कि प्रदेश के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्दों पर एच0आई0वी0/एड्स के जांच की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने निर्देश भी दिए कि क्षय रोग एवं एच0आई0वी0/एड्स से बचाव हेतु हर स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाए। मदर चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड में एच0आई0वी0/एड्स से संबंधित एक कालम जोड़ा जाए, ताकि गर्भवती महिलाओं और नवजात शुशिओं की उचित देख-भाल हो सके।
मिशन निदेशक ने कहा कि प्रत्येक ए0आर0टी0 सेंटरों पर क्षयरोग एवं एच0आई0वी0/एड्स की दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। अस्पतालों में तैनात काउंसलरों की ट्रेनिंग कराकर उनके व्यवहार को परिवर्तित कराया जाए, ताकि काउंसलिंग के समय लोगों को बेहतर एवं सरल तरीके से आवश्यक जानकारियां मुहैया हो सके। उन्होंने कहा कि एड्स रोगियों के अस्पताल आने-जाने के खर्च हेतु निर्धारित 100 रुपये की धनराशि उनके खाते में नहीं पहंुच रही है। यह अत्यन्त चिन्ता का विषय है। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि तत्काल पूरे वर्ष की एक मुश्त 1200 रुपये की धनराशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाए। साथ ही इनके खाते को आधार कार्ड से भी लिंक कराया जाए, ताकि एड्स रोगियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा उन्होंने आशाओं तथा डाट्स प्रोवाइडरों को मिलने वाली सहयोग राशि भी तत्काल उनके खाते में भेजने के निर्देश दिए हैं।
मिशन निदेशक ने कहा कि एच0आई0वी0/एड्स के मरीज जो समाजवादी सर्वहित बीमा योजना और समाजवादी पेंशन योजना से आच्छादित हैं, उन्हें 25 हजार रुपये के स्वास्थ्य बीमा योजना का भी लाभ दिया जाएगा। उन्होंने मानक से कम लक्ष्य हांसिल करने पर जनपद जौनपुर, बलिया, फैजाबाद, सिद्धार्थनगर, सम्भल, श्रास्वती, एटा, मुजफ्फनगर, कासगंज, जे0पी0नगर तथा औरया के जिला क्षय रोग अधिकारियों को कड़ी चेतावदी दी है। उन्होंने कहा कि क्षय रोगियों के उपचार का शत-प्रतिशत लक्ष्य हांसिल किया जाए अन्यथा संबंधित के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डा0 आलोक रंजन, स्टेट टी0बी0 आफिसर ने कहा कि इन रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए निःक्षय पोर्टल बनाया गया है। इस पोर्टल पर रोगियों से संबंधित समस्त जानकारियों का संकलन किया जा रहा है। पोर्टल पर उपलब्ध जानकारियों के आधार पर कार्यशाला में एच0आई0वी0/एड्स कार्यक्रम की समीक्षा की गई। साथ ही इस कार्यक्रम को जिला स्तर पर सुद्वढ़ बनाने हेतु सुझाव भी दिये गये। जिन जिलों में एच0आई0वी0/एड्स का घनात्मक अधिक है, उन जिलों के अधिकारियों को मूल्याकंन एवं अनुभ्रमण नियमित रूप से करने के निर्देश दिए गए।
कार्यशाला में डा0 एम0आर0गौतम, महाप्रबंधक, एन0एच0एम (नेशनल प्रोग्राम), डा0 प्रीती पाठक इन्चार्ज आई0सी0टी0सी0/ पी0पी0टी0सी0टी0, डा0 राकेश मिश्रा, अपर परियोजना निदेशक, यू0पी0एड्स कंट्रोल सोसाइटी साहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।