लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत के रोम रोम में लोकतंत्र रचा,बसा है। लोकतंत्र सेनानियों से विसंगतियों के विरुद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है।लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान पर आंच नहीं आने दी जाएगी। श्री केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को लोकतंत्र सेनानी संघ के तत्वावधान में विशेश्वरैया सभागार में लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर आयोजित ‘भारतीय लोकतंत्र का आपातकाल‘ विषयक गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
उप मुख्यमंत्री ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण व नाना जी देशमुख की जयंती पर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि आपातकाल में लोकतंत्र सेनानियों ने जो संघर्ष किया, उससे वर्तमान पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। कहा कि लोकतंत्र की रक्षा की लोकतंत्र सेनानियों ने जो अलख जगाई, उसे कभी बुझने नहीं दिया जायेगा।
कहा कि लोकतंत्र सेनानी, लोकतंत्र के सजग पहरेदार हैं। कहा कि लोकतंत्र सेनानी संघ द्वारा जो मांग पत्र दिया गया है, उसके एक -एक विन्दु पर गहनता से विचार किया जायेगा। मानदेय बढ़ाने की जो मांग की गयी है, उसे उचित प्लेटफार्म पर रखते हुए बढ़वाये जाने का पूरा प्रयास किया जायेगा। कहा कि सरकार देश के उन महानायकों के सपनों को साकार करने के लिए उसी परम्परा का निर्वाह कर रही है, जिसके बल पर उन्होंने देश की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया था। केन्द्र व राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में उन्होंने विस्तार से प्रकाश डाला।
मन्त्री, वित्त एवं संसदीय कार्य, श्री सुरेश खन्ना ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जीवन यात्रा व उनके संघर्ष व उनके जीवन के प्रेरक प्रसंगों की याद ताजा करते हुए कहा कि हम सब लोग उनके विचार को आत्मसात करें, तो हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। कहा कि सरकार की हर योजना के मूल में गरीब हैं। मोदी जी के नेतृत्व में दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है।
कैबिनेट मन्त्री, श्री धर्मपालसिंह सिंह ने लोकतंत्र सेनानियों के हितों के लिए सरकार द्वारा किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। पूर्व मंत्री तथा राज्य सभा सदस्य व लोकतंत्र सेनानी संघ के अध्यक्ष श्री अशोक बाजपेई ने आपातकाल में लोकतंत्र सेनानियों द्वारा किये गये संघर्ष के बारे प्रेरक विचार व्यक्त किए। संचालन लोकतंत्र सेनानी संघ के सेकेट्री श्री राजेन्द्र तिवारी ने किया।इस अवसर पर समाजसेवी, सम्भ्रांत लोग, गणमान्य नागरिक व प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये लोकतंत्र सेनानी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।