नई दिल्ली: केंद्रीय संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 02 अक्टूबर, 2014 को लॉन्च किये गए स्वच्छ भारत मिशन को गति मिली है और पिछले दो वर्षों में इस दिशा में उठाए गए कदम, चाहे वह शौचालय निर्माण हो या ठोस, तरल कचरा प्रबंधन, से विश्व रिकॉर्ड बना है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुरशास्त्री की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री सिन्हा ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि स्वच्छ भारत मिशन की दूसरी वर्षगांठ पर एक लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है और हम स्वच्छता को लेकर पहले भटक गए थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने 1901 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में स्वच्छता को लेकर विस्तार से अपने विचार रखे थे और इसके 110 वर्षों बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गतिशीलता के कारण स्वच्छता को जनआंदोलन के रूप में नई गति मिली। श्री सिन्हा एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन पर दो डाक टिकट जारी किए गए और शहरी विकास मंत्री श्री एम.वेंकैया नायडू की उपस्थिति में लघु पृष्ठ किया गया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत के जरिए देश महात्मा गांधी को 02 अक्टूबर, 2019 को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का यह सपना है। पूरे देश में स्वच्छता गतिविधियों में लोगों की भागीदारी से स्वच्छ भारत मिशन जनआंदोलन का रूप ले रहा है। इस अवसर श्री नायडू ने बताया कि आज गुजरात के सभी 170 शहर और आंध्र प्रदेश के 110 शहर खुले में शौच से मुक्त घोषित किए गए हैं। स्वच्छता मिशन बहुत बड़ा मिशन है और इसके लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पूरे देश को काम करना होगा। न तो यह राजनीतिक कार्यक्रम है और न ही सरकारी योजना बल्कि यह राष्ट्रीय मिशन है। उन्होंने युवाओँ का आह्वान किया कि वह 2019 तक भारत को स्वच्छ बनाने के काम में आगे आएं और जिम्मेदारी लें। उन्होंने बताया कि सरकार शौचालय का नाम ‘स्वच्छालय’ रखने पर विचार कर रही है। श्री नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से समाज के सभी वर्गों और लोगों तथा सभी आयु वर्ग के लोगों को सक्रिय कर रहे हैं। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि केन्द्र, राज्य, पालिकाएं और ग्राम पंचायतें सहकारी संघवाद की भावना के साथ टीम इंडिया के रूप में कार्य करें। उन्होंने स्वच्छता अभियान को मिशन मोड मे चलाने के लिए डाक विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि डाककर्मी देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचता है और इस अर्थ में डाक कर्मी पंडित दीन दयाल उपाध्याय के विजन अंत्योदय-अंतिम व्यक्ति को न्याय के सपने को साकार कर सकते हैं। डाक विभाग के सचिव श्री बी.वी.सुधाकर ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन न केवल शांतिपूर्ण क्रांति है बल्कि यह शांतिपूर्ण, सशक्त, विशुद्ध क्रांति है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत से स्वस्थ भारत होगा और स्वस्थ भारत उत्पादक भारत होगा। उन्होंने कहा कि जीवन के सभी क्षेत्रों में स्वच्छता के मामले में एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की स्वस्थ प्रतियोगिता शुरू हुई है। स्वच्छ भारत मिशन के हिस्से के रूप में डाक विभाग द्वारा 25 रूपये और पांच रूपये मूल्य के डाक टिकट की डिजाइन तैयार करने के लिए स्पर्धा आयोजित की गयी। डाक टिकट की डिजाइन प्रतियोगिता में शामिल सुश्री विनिता विश्वजीत, सुश्री संजुला एस तथा सुश्री आरुषि अग्रवाल की कृति है। इस अवसर पर हरियाणा तथा दिल्ली डाक सर्किल में श्रेष्ठ डाक घरों को पुरस्कार दिए गए।