लखनऊ: उत्तर प्रदेश के होमगाडर््स, सैनिक कल्याण, नागरिक सुरक्षा, दिव्यांगजन कल्याण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अनिल राजभर ने सैनिक कल्याण विभाग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से समीक्षा करते हुए विभिन्न अधिकारियों व पूर्व सैनिकों के नियोजन व उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बीएचयू तथा ऊर्जा विभाग में नियोजित पूर्व सैनिकों का कार्यकाल समाप्त होने की स्थिति में इन विभागों के उच्चाधिकारियों से सामंजस्य स्थापित करके इसका समाधान निकाले जाने के भी निर्देश दिये हैं।
श्री राजभर आज यहां बापू भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में सैनिक कल्याण विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सैनिक कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान सैनिक कल्याण विभाग द्वारा प्रस्तुत की गई विभिन्न समस्याओं का संज्ञान लेते हुए इसका समाधान किये जाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।
अपर निदेशक सैनिक कल्याणश्री कांड पाल ने डी0जी0आर0 (सेना पुनर्वास निदेशालय) की मान्यता समाप्त हो जाने के कारण विभाग पूर्व सैनिकों के नियोजन में आ रही बाधाओं के बारे में जानकारी दी तथा किन-किन विभागों में सैनिकों के नियोजन का सेवाकाल समाप्त होने की स्थिति में है, उसके बारे में भी अवगत कराया।
श्री पाल ने यह भी बताया कि सैनिक कल्याण निगम में चेयरमैन वाॅयस चेयरमैन, तीन नामी सदस्य तथा प्रबंध निदेशक के पद खाली चल रहे हैं। जिससे विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इन पदों पर शीघ्र नियुक्ति की जरूरत है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सैनिक निदेशालय में निदेशक एवं जिले स्तर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारियों के काफी पद खाली चल रहे हैं जिससे कार्य प्रभावित हो रहा हे। इन पदों पर नियुक्ति किये जाने की तत्काल आवश्यकता है। इसके अलावा उ0प्र0 कल्याण निगम चेयरमैन के पद पर नियुक्ति की कार्यवाही शासन स्तर पर लम्बित है। श्री राजभर ने इन सभी विषयों पर गम्भीरता से चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों को यथा शीघ्र समाधान निकालने के निर्देश दिये।