नई दिल्ली: दिबाकर बनर्जी की बहुचर्चित फिल्म ब्योमकेश बख्शी आज रिलीज हो गई। सुशांत सिंह राजपूत फिल्म में डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म को दर्शकों को मिश्रित प्रतिक्रिया मिल रही हैं। हालांकि फिल्म में कोई गाना न होना ज्यादातर लोगों को खल रहा है।
नोएडा के जीआईपी मॉल में फिल्म का फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखकर लौटे बैंककर्मी सच्चिदानंद स्वरूप ने बताया कि ये एक सस्पेंस फिल्म है और इस कसौटी पर पूरी तरह से खरी उतरती है क्योंकि फिल्म में अंतिम समय तक दर्शक उसके क्लाइमैक्स का अंदाजा नहीं लगा पाते और अंतिम पांच मिनट में फिल्म की कहानी जिस तरह से टर्न लेती है वो सबको हैरान कर जाता है। हालांकि फिल्म में कोई गाना न होना अखरता है।
इसी मॉल में फिल्म देखने आईं निजी कंपनी में कार्यरत लेखा बताती हैं कि फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत अपने किरदार में पूरी तरह से समा गए हैं और उनकी एक्टिंग फिल्म का सबसे दमदार पक्ष है। गाना न होने को लेखा बड़ी कमी नहीं मानती क्योंकि उनके मुताबिक इससे फिल्म को लेकर दर्शकों में दिमाग में बना सस्पेंस हलका पड़ सकता था।
परिवार के साथ फिल्म देखने आए व्यवसायी बसंत शुक्ला को फिल्म में अच्छी बात ये लगी कि स्क्रीन पर 1940 का दशक बिल्कुल जीवंत कर दिया गया था, हालांकि उन्होंने कहा कि फिल्म में एक साथ इतने सबट्रैक थे कि उन्हें याद रखना खासा मशक्कत का काम था। उनके मुताबिक हल्की फुल्की मनोरंजक फिल्में देखने की इच्छा रखने वाले इस फिल्म से दूर ही रहें।
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