नई दिल्ली: हितकर हिमालय संस्था की ओर से राष्ट्रीय बाल भवन नई दिल्ली में आयोजित दस दिवसीय प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण पाने वाले उत्तराखण्ड के सभी जिलों से आये शिक्षकों को उत्तराखण्ड के शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने दिल्ली स्थित गढ़वाल भवन में प्रमाण पत्र प्रदान किये।
इस अवसर पर शिक्षकों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं से मंत्री जी को अवगत कराते हुए बताया कि कुछ चीजों में सरकार का सहयोग मिलने से राज्य में शिक्षा को बेहतर बनाया जा सकता है। शिक्षकों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त प्रशिक्षण अवधि के अपने अनुभवों को भी साझा किया। शिक्षा मंत्री ने प्रशिक्षण प्राप्त सभी शिक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित किये।
शिक्षा मंत्री ने कार्यक्रम में बोलते हुए स्पष्ट किया कि शिक्षकों को राज्य सरकार व शिक्षा मंत्री के प्रयास से राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिलाये जाने का उद्देश्य राज्य में प्राइमरी स्तर पर छात्रों में शिक्षा में रूचि व अभिभावकों में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के प्रति बढ़ते अविश्वास को दूर करना है। उन्होंने कहा जिन शिक्षकों ने यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर नयी चीजे सीखी हैं वह शिक्षक अब अपने विद्यालयों में छात्रों को सुधारात्मक तरीको के साथ पढ़ायेंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैं आशा व्यक्त करता हँू कि अब ये शिक्षक राज्य के अन्य विद्यालयों के शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर की तरह प्रशिक्षित कर राज्य के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के प्रति अभिभावकों के मन में एक नया विश्वास और उत्साह भरने में अपनी योग्यता का परिचय देंगे। प्रशिक्षण पाने वाले शिक्षकों में कुसुम उनियाल नरेंद्र नगर टिहरी गढवाल, मीनाक्षी जौनपुर टिहरी गढ़वाल, इन्दु सैनी भगवानपुर हरिद्वार, रेखा पवार चमोली, अमिता पवार उत्तरकाशी, सुधा जोशी उत्तरकाशी, पद्मा रावत चमोली, विजय लक्ष्मी देहरादून, आरती देहरादून, मीना रूद्रप्रयाग, अनिता आर्य बीरोखाल पौड़ी गढ़वाल, गीता कुकरेती पौड़ी गढ़वाल, उषा नेगी भगवनपुर हरिद्वार, जयमाला देवलाल कनालीछीना पिथौरागढ़, नूरजंहा चम्पावत, मधु कलौनी चम्पावत, हेमलता मखौलिया पिथौरागढ़, अमिता रूद्रपुर, मंजु रूद्रपुर, डा. विद्या कर्नाटक अल्मोड़ा ने प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र प्राप्त किया।