नई दिल्ली: राष्ट्रीय कैडेट कोर के महानिदेशक (डीजी एनसीसी) लेफ्टिनेंट जनरल पी.पी. मल्होत्रा ने आज गणतंत्र दिवस (आरडी) शिविर में मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने युवाओं और राष्ट्र निर्माण के साथ साथ सामाजिक जागरूकता अभियानों, सामुदायिक विकास, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, खेल और रोमांच जैसे क्षेत्रो में एनसीसी की प्रमुख उपलब्धियों की जानकारी दी।
लेफ्टिनेंट जनरल मल्होत्रा ने कहा कि हमारे युवाओं की बदलती आकांक्षाओं और समाज की अपेक्षाओं को देखते हुए कैडेटों के प्रशिक्षण को परिष्कृत किया गया। कैडेटों को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने के लिए उनके व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व के लक्षण और कैडेटों के आंतरिक कौशल में सुधार लाने पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है।
एक माह तक चलने वाले गणतंत्र दिवस शिविर में सभी 29 राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों से आए कैडेटों में 695 छात्रा कैडेटों सहित कुल 2,070 कैडेट भाग ले रहे हैं। इसमें जम्मू-कश्मीर के 102 कैडेट और पूर्वोत्तर के 162 कैडेट शामिल हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मल्होत्रा ने कहा कि कैंप एक तरह से ‘लघु भारत’ का प्रतिबिंब है। इस शिविर का उपराष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुख सहित बड़ी संख्या में गणमान्य अवलोकन करेंगे।
गौरतलब है कि एनसीसी के गणतंत्र दिवस शिविर का शुभांरभ 1 जनवरी, 2019 को दिल्ली कैंट में किया गया। इस अवसर पर एनसीसी के महानिदेशक और अधिकारियों ने कैडेटों को संबोधित करते हुए कैडेट्स से इस असाधारण शिविर में पूर्ण मनोयोग से भाग लेने और प्रत्येक गतिविधि से अधिकतम लाभ लेने का आह्वान किया।
गणतंत्र दिवस शिविर का उद्देश्य गणतंत्र दिवस के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली परेड के मध्यम से देश की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को उजागर करने के साथ साथ कैडेटों के व्यक्तिगत गुणों को बढ़ाना और उनकी आंतरिक मूल्यांकन दृष्टि को मजबूत करना हैं। शिविर में शामिल होने वाले कैडेट सांस्कृतिक प्रतियोगिता, राष्ट्रीय एकीकरण जागरूकता कार्यक्रम और विभिन्न संस्थागत प्रशिक्षण प्रतियोगिता जैसी कई गतिविधियों में भाग लेते हैं। 28 जनवरी, 2019 को प्रधानमंत्री की रैली के साथ गणतंत्र दिवस शिविर की विविध गतिविधियां अपनी पराकाष्ठा पर होती है।