नई दिल्ली: सीमा सड़क महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने अरूनांक परियोजना के जिम्मेदारी वाले इलाकों में अति महत्वपूर्ण सड़कों पर चल रहे कार्य की प्रगति की 20 और 21 नवंबर, 2018 को समीक्षा की।
डीजीबीआर ने टीसीसी सड़क-ताकसिंग और टीसीसी-बीड़क का निरीक्षण किया। सेक्टर के निरीक्षण के दौरान उनके साथ सीई (पी) अरूनांक ब्रिगेडियर आर.एस. रावल भी थे। कार्य पर आमतौर पर संतोष व्यक्त करते हुए महानिदेशक ने इस बात पर जोर दिया कि कार्य की गुणवत्ता सर्वोच्च मानदंड वाली होनी चाहिए और साथ ही पीडीसी इसका पालन हर कीमत पर करे।
डीजीबीआर ताकसिंग से गेलेनसिनियाक-बीड़क तक सड़क के रास्ते गए। पूरे सड़क मार्ग पर उन्होंने सड़क निर्माण का निरीक्षण किया और ताकसिंग और बीड़क तक बेहतर सम्पर्क के लिए विभिन्न नालों और नदियों पर बेली पुलों की योजना का जायजा लिया। लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह इस भू-भाग की कठिनाई, अप्रत्याशित मौसम और क्षेत्र में स्थानीय संसाधनों के नियंत्रण को स्वीकार किया जिसके कारण सड़कों के निर्माण का कार्य समय पर पूरा करने में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने विभिन्न कार्य स्थलों पर बीआरओ के जवानों और सीपीएल से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी और उन्हें आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया, ताकि इन सड़कों पर सम्पर्क स्थापित किया जा सके।
लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने 21 नवंबर, 2018 को हपोली-सरली-हूरी रोड का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रगति की गति पर संतोष व्यक्त किया और निर्देश दिया कि पीडीसी सम्पर्क हर कीमत पर पूरा होना चाहिए। उन्होंने इतने दुर्गम इलाके में कठिन परिस्थितियों और लगातार खराब मौसम में कार्य करने के प्रति समर्पण के लिए जवानों को बधाई दी। उन्होंने अच्छा कार्य जारी रखने और उसे उत्कृष्टता के साथ समय पर पूरा करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया।
लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात की और राज्य में सड़क कार्य की स्थिति से उन्हें अवगत कराया। बीआरओ और अरुणाचल के अधिकारियों के बीच बातचीत से निश्चित रूप से राज्य में सौहार्दपूर्ण और संतुलित सड़क कार्य की प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। उनकी यात्रा से बीआरओ द्वारा सर्वोत्त गुणवत्ता के साथ लक्ष्यों को समय पर हासिल किया जा सकेगा।