नई दिल्ली: विशिष्ट खुफिया जानकारी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए वस्तु एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय, मुख्यालय (डीजीजीआई, मुख्यालय) ने कोटा में चलाए जा रहे एक कारखाने के जरिए सिगरेट की गुप्त मंजूरी के एक अवैध धंधे (रैकेट) का खुलासा किया है।
कोटा और नागौर में कारखाने, ट्रेडिंग फर्मों, गोदामों, गुप्त कार्यालयों एवं लाभार्थियों के आवास सहित विभिन्न स्थानों पर 17 जुलाई, 2020 को तलाशियां ली गईं। तलाशी के दौरान प्तं कारखानाकरों एवं शुल्कों के भुगतान के बिना ही सिगरेट की आपूर्ति करने से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए। इस मामले की प्रारंभिक जांच में अब तक 72 करोड़ रुपये से भी अधिक की कर चोरी का खुलासा हुआ है। जब्त दस्तावेजों से प्राप्त आंकड़ों से पता चला है कि सिगरेट की आपूर्ति यहां तक कि लॉकडाउन अवधि के दौरान भी धड़ल्ले से की जा रही थी।
इस मामले में एक व्यक्ति को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 के प्रावधानों के तहत 20 जुलाई, 2020 को गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में आगे की जांच अभी जारी है।