नई दिल्ली: पाकिस्तान के डीजीएमओ (सैन्य अभियान महानिदेशक) की ओर से 16 अगस्त, 2018 को भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की वार्ता हुई। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच उपहारों का आदान-प्रदान किया गया। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने नियंत्रण रेखा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए सेना द्वारा उठाए गए कदमों पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि युद्ध विराम उल्लंघन के मामलों में तेजी से कमी आई है जो बेहतर भविष्य का संकेत है।
पाकिस्तान के डीजीएमओ ने यह आश्वासन दिया कि पाकिस्तान की सेना नियत्रंण रेखा पर हानिकारक तत्वों की गतिविधियों के खिलाफ तत्काल कदम उठाएगी और भारत की तरफ से भेजी गई सूचना पर प्रतिक्रिया करते हुए आतंकरोधी अभियानों में मदद करेगी।
भारत के डीजीएमओ ने जोर देते हुए कहा कि आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिशें चिंता के प्रमुख कारण हैं। भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को बताया कि पीर पंजाल पहाड़ी इलाकों के उत्तरी इलाकों में घुसपैठ की गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा के अपने इलाके से घुसपैठ को रोकने के लिए ठोस उपाय करने होंगे।
भारत के डीजीएमओ ने आश्वस्त किया कि भारतीय सेना 2003 के युद्ध विराम समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरी तरह निभाएगी बशर्ते पाकिस्तानी सेना घुसपैठ को नियंत्रित करने और जम्मू-कश्मीर में आतंक को उकसाने वाली गतिविधियां रोकने के लिए सकारात्मक पहल करे।