नई दिल्ली: पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज कुछ योग्य आवेदनकर्ताओं को आशय पत्र सौंपकर तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) द्वारा नये रिटेल आउटलेट आवंटित करने का कार्य शुरू किया। उन्होंने बटन क्लिक करके 2500 से अधिक उम्मीदवारों को ऑन-लाइन इसकी जानकारी दी, जो ओएमसी के कार्यालयों से अपने-अपने आशय-पत्र ले सकते हैं। साथ ही देश के 12 अन्य स्थानों पर ऐसे आशय पत्र जारी किये गये।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने 35 राज्यों/संघ शासित प्रदेशों में रिटेल आउटलेट स्थापित करने के लिए 78,493 स्थानों के लिए विज्ञापन दिया था, जिसके बदले 4 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए। देश भर में पेट्रोलियम उत्पादों की पहुंच बढ़ाने के लिए नेटवर्क का विस्तार तेल विपणन कंपनियों का एक महत्वपूर्ण कार्य है। विस्तार से उन्हें अपने बाजार नेतृत्व को बरकरार रखने और देश के प्रमुख भौगोलिक क्षेत्रों में लोगों की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। ये तेल विपणन कंपनियां वर्तमान में 57,000 रिटेल आउटलेट चला रही हैं।
इस अवसर श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने प्रौद्योगिकी और पारदर्शिता के महत्व पर जोर दिया। पहली बार चयन ‘’लॉट का ड्रॉ/निविदा खोलने’’ का कार्य कंप्यूटर के जरिये हुआ, जिसमें किसी तरह का मानव हस्तक्षेप नहीं था।
श्री प्रधान ने कहा कि तेजी से बढ़ती जीडीपी की जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में पेट्रोलियम उत्पाद का उपभोग करीब 4% बढ़ना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद के 60 वर्षों में 13 करोड़ रसोई गैस कनेक्शन दिये गये और वर्तमान सरकार ने इतने कनेक्शन पांच वर्ष में दिये हैं। उन्होंने बताया कि पीएमयूवाई के अंतर्गत 6.75 करोड़ कनेक्शन गरीब परिवारों को दिये हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री अगले सप्ताह गोरखपुर में करीब 2,000 किलोमीटर लंबी एलपीजी पाईपलाईन की आधारशिला रखेंगे, जिसे गुजरात में कांडला से जोड़ा जायेगा और यह दूनिया की ऐसी सबसे लंबी पाईपलाईन में से एक होगी।