नई दिल्ली: केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने हैदराबाद में एनएमडीसी लिमिटेड के कॉर्पोरेट कार्यालय का दौरा किया, और एनएमडीसी के प्रदर्शन की समीक्षा की। मंत्री ने कंपनी के सीएमडी, निदेशकों और कर्मचारियों से मुलाकात भी की।
श्री प्रधान ने शीर्ष प्रबंधन के साथ अपनी बातचीत के दौरान कहा, एनएमडीसी को, जो भारत की सबसे बड़ी खनन कंपनियों में से एक होने के साथ-साथ, भारत के सबसे बड़े खनिज उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे सभी स्टील उत्पादकों को कच्चे माल की सामान आपूर्ति सुनिश्चित करने और कीमतों की जांच करने में लाभ होगा। उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल साधनों का उपयोग करते हुए एनएमडीसी को टिकाऊ और जिम्मेदार खनन में भी अपनी भूमिका अदा करना चाहिए। मंत्री ने निर्देश दिया कि चल रही परियोजनाओं खासकर एनएमडीसी आयरन एंड स्टील प्लांट (एनआईएसपी) के निष्पादन और कमीशनिंग की नियमित रूप से निगरानी की जानी चाहिए ताकि इसे प्राथमिकता के साथ पूरा किया जा सके। श्री प्रधान ने एनएमडीसी की स्लरी पाइपलाइन परियोजना की भी समीक्षा की।
इससे पहले, एनएमडीसी के सीएमडी श्री एन बैजेंद्र कुमार ने मंत्री का स्वागत किया और उन्होंने एनएमडीसी के प्रदर्शन के बारे में मंत्री को अवगत कराया। साथ ही उन्होंने चल रही परियोजनाओं की प्रगति के बारे में भी विस्तार से बताया और आश्वासन दिया कि कंपनी की उत्पादकता और लाभ को और अधिक बढ़ाने करने के लिए प्रयास किए जाते रहेंगे।
श्री बिनॉय कुमार, सचिव (इस्पात), श्रीमती रसिका चौबे, अतिरिक्त सचिव, इस्पात मंत्रालय, एनएमडीसी के कार्य निदेशकों, इस्पात मंत्रालय और एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक के दौरान उपस्थित थे।