लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण सिंह जी की 35वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आज यहां विधान भवन परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा के सम्मुख चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महान किसान नेता चौधरी चरण सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के रूप में सदैव गांवों के विकास एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का कार्य किया। उन्होंने अन्नदाता किसानों की भूमिका को इसके साथ जोड़ने का उल्लेखनीय कार्य किया। चौधरी चरण सिंह का स्पष्ट मत था कि देश के विकास का मार्ग देश के गांवों की गलियों, खेतों और खलिहानों से प्रशस्त होता है। वे आजीवन किसानों के हितों के लिए कार्य करते रहे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार चौधरी साहब द्वारा गांवों के विकास और अन्नदाता किसानों के हितों के लिए किए गए प्रयासों को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। वर्ष 2017 में सत्ता में आते ही प्रदेश सरकार ने अन्नदाता किसानों का फसली ऋण माफ किया। किसानों को एम0एस0पी0 का लाभ मिले तथा उनकी लागत का डेढ़ गुना दाम मिल सके, इसके लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार पूरी मजबूती के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश व देश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रत्येक किसान के जीवन में खुशहाली लाने का कार्य प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में अभूतपूर्व रूप से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के अन्दर गन्ना किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन करने का कार्य विगत 05 वर्षों में डबल इंजन की सरकार ने किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना काल खण्ड में भी प्रदेश की 119 चीनी मिलों का संचालन किया गया। राज्य सरकार ने प्रदेश के गन्ना किसानों को अब तक 01 लाख 73 हजार करोड़ रुपए से अधिक के गन्ना मूल्य का भुगतान किया। चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि छपरौली में रमाला चीनी मिल की नये सिरे से स्थापना कर संचालन किया जा रहा है। मुण्डेरवा व पिपराइच की चीनी मिलों का नए सिरे से संचालन किया गया। बन्द चीनी उद्योग के पुनरुद्धार के लिए नई तकनीक का उपयोग किया गया। साथ ही, किसानों को सिंचाई की सुविधा एवं बीज की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करायी गई।
इस अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई एवं सूचना श्री नवनीत सहगल तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।