नई दिल्ली: देश भर में नागरिकों को सूचित करने, शिक्षित करने और जोड़ने के लिए एक से सात जुलाई तक डिजिटल इंड़िया सप्ताह 2015 मनाया गया। इस सप्ताह सभी स्तरों पर कई विविध कार्यक्रम और गतिविधियां हुई।
राष्ट्रीय स्तर पर माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरूआत के बाद राज्य और जिला स्तर, गांवों और पंचायतों, उद्योग, स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों, सामान्य सेवा केंद्र, एनआईईएलआईटी केन्द्रों, एसटीपीआई केन्द्रों, डाक घर, बीएसएनएल/ एमटीएनएल केंद्र और सीडीएसी केन्द्रों में कार्यक्रम आयोजित किए गये। इसके अलावा राष्ट्रीय शुरूआत के बाद, केंद्रीय मंत्रालयों और इसके तहत एजेंसियों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
डिजिटल इंड़िया सप्ताह के दौरान स्वास्थ्य, शिक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, पुलिस, कृषि, व्यापार और रोजगार संबंधित सेवाएं राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गयी है। विभिन्न हितधारकों के द्वारा कार्यशालाओं, प्रतियोगिताओं, डिजिटल साक्षरता गतिविधियों, भारत की डिजिटल फिल्मों और वीडियो प्रदर्शन के साथ ही रैलियों को आयोजित किया गया है।
डिजिटल इंड़िया सप्ताह के दौरान की गतिविधियां और कार्यक्रम इस प्रकार हैं:-
- राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम– माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 1 जुलाई 2015 को इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम डिजिटल इंड़िया सप्ताह शुरू किए जाने के अवसर पर केंद्रीय मंत्रीमंडल के कई सदस्यों, राज्य मंत्रियों, राजदूतों, युवा मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, आईटी पेशेवरों और अन्य गणमान्य हस्तियों सहित 15,000 से अधिक लोग उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री ने 15 प्रकार की पहलों का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम की प्रमुख बातें हैं:-
- अग्रणी उद्योग कप्तानों ने डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम के लिए करीब 4.5 लाख करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश को लेकर अपने विचार और दृष्टिकोण साझा किया।
- लाखों दर्शकों नें दूरदर्शन, वेबकास्ट (webcast.gov.in) और यूट्यूब पर इस घटना का सीधा प्रसारण देखा था।
- साथ ही डाक घर, सीएससी, एसटीपीआई केन्द्रों, एनआइईएलआइटी केन्द्रों, बीएसएनएल केन्द्रों, विदेशों में मिशन और राज्य मुख्यालय में कार्यक्रम का एक साथ प्रसारण आयोजित किया गया था।
- कार्यक्रम के बारें में अधिकारिक सोशल मीडिया (फेसबुक, यूट्यूब, ट्विटर और इंस्टाग्राम) पर एक अरब से अधिक प्रतिक्रियाएं दर्ज की गयी।
- सप्ताह भर कार्यक्रम – राष्ट्रीय कार्यक्रम की गति और उत्साह बनाए रखने के लिए राज्य से ग्राम पंचायत स्तर तक पूरे सप्ताह कार्यक्रम आयोजित किए गये। सभी राज्य सरकारों, उद्योग और केन्द्रीय सरकार के कई विभागों और संगठनों का कार्यक्रमों का आयोजन किया। कार्यक्रम की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:-
(क) राज्य स्तरीय आयोजन – सभी राज्य मुख्यालयों में राज्य स्तरीय आयोजन किये गये। इस प्रकार के 150 कार्यक्रम 98,000 से अधिक लोगों की भागीदारी से आयोजित किये गये। इस प्रकार के 25 आयोजनों में मुख्यमंत्रियों, गवर्नर और प्रशासकों ने शोभा बढ़ाई। कार्यक्रमों में राज्य मंत्रियों, उद्योग प्रतिनिधियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।राज्य स्तर के कार्यक्रमों में राज्यों द्वारा प्रौद्योगिकी और ई-शासन पर विचार-विमर्श तथा सोशल मीडिया और प्रकाशन के माध्यम से जागरूकता फैलाने की नई सेवाओं का शुभारंभ महत्वपूर्ण गतिविधियां रही ।
स्वास्थ्य जानकारी, ऑनलाइन स्मार्ट कार्ड सार्वजनिक वितरण प्रणाली, भूमि रिकार्ड सेवा, नागरिक सुविधाओं के लिए मोबाइल एप्लिकेशन, किसानों के लिए सेवाएं, सामाजिक कल्याण और पेंशन सेवा, मतदान संबन्धी सेवाओं, अदालत सेवाओं, पुलिस सेवाओं, उपयोगिता सेवाओं, और रोजगार कार्यालय सेवाओं के क्षेत्र में 250 से अधिक सेवाएं शुरू की गयी।
(ख) जिला स्तरीय आयोजन– देश भर में लगभग सभी जिला मुख्यालयों में कार्यक्रम और
गतिविधियों का आयोजन किया गया। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 438 जिलों में 1238 आयोजनों में 1.36 लाख से अधिक सरकारी अधिकारियों और नागरिकों को डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम और इसकी सेवाओं में जानकारी दी गयी। कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में संसद सदस्यों, जिला कलेक्टरों, विधायकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यशालाएं और संगोष्ठियां, डिजिटल साक्षरता गतिविधियां, डिजिटल लॉकर पंजीकरण और अन्य ई-सेवाएं, रैलियों, प्रकाशन और प्रतियोगिताओं के माध्यम से इसे बढ़ावा देने की महत्वपूर्ण गतिविधियां इन कार्यक्रमों का मुख्य हिस्सा रहीं।
(ग) सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) आयोजन- 57,000 से अधिक सीएससी केंद्रों में कार्यक्रम आयोजित किया गये। 34.2 लाख अधिक लोगों (ग्रामीण नागरिकों, युवाओं, ई-सेवा उपयोगकर्ताओं) ने इन कार्यक्रमों में भाग लिया। इन कार्यक्रमों के दौरान नागरिकों को डिजिटल इंड़िया, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, ई-स्वास्थ्य, ई-कॉमर्स की जानकारी दी गयी। ग्रामीणों को पेंशन खाता खोलने, बैंक खाता खोलने, के बारे में शिक्षित करने की तरह क्रियाएं, युवाओं को नौकरियों के लिए कैरियर परामर्श और पंजीकरण, राष्ट्रीय कौशल विकास एजेंसी में पंजीकरण के लिए भी गतिविधीयां चलायी गयी।
(घ) डाकघर आयोजन – देश भर में 1,500 से अधिक डाकघरों में कार्यक्रम आयोजित किया गये जिनमें 1.75 लाख से अधिक नागरिकों को डिजिटल इंड़िया और ई-सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई । सप्ताह के दौरान जन चेतना दिवस, वित्तीय समावेशन दिवस, शिक्षा दिवस, ई-दुनिया दिवस, और वाणिज्य दिवस और लोक शिकायत दिवस का आयोजिन किया गया।
(ड़) ऑनलाइन डिजिटल वैलनैस चैलेंज – इंटेल के सहयोग से एनइजीडी ने बड़ी संख्या में स्कूलों में डिजिटल वैलनैस चैलेंज का आयोजन किया। यह पहल से छात्रों को साइबर सुरक्षा, साइबर सुरक्षा और साइबर नैतिकता के सिद्धांतों की जानकारी और संवेदनशीलता से परीचित कराया गया।
छठा से 12 वीं कक्षा के 6.23 लाख छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(च) स्कूल, कालेजों / विश्वविद्यालयों में आयोजन – राज्य शिक्षा विभाग के सहयोग से इन कार्यक्रमों को आयोजित किया गया है। 1,500स्कूल और कालेज/विश्वविद्यालयों में 1.35 लाख से अधिक छात्रों को डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम और इसकी सेवाओं के बारे में अवगत कराया गया है।
छात्रों और शिक्षकों के लिए प्रतियोगिताएं, डिजिटल इंड़िया पर वेबिनार, डिजिटल फिल्म और शिक्षा पोर्टल का प्रदर्शन आदि कार्यक्रम सप्ताह के दौरान आयोजित किए गए हैं।
(छ) एसटीपीआई आयोजन – देश भर में 70 से अधिक एसटीपीआई केन्द्रों और संबन्धित आईटी इकाइयों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और 17,000 से अधिक आईटी पेशेवरों को डिजिटल इंड़िया और ई-सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई है।
श्रव्य एवं दृश्य और विचार-विमर्श के माध्यम से जागरूकता फैलाने, विभिन्न स्थानों पर ई-कचरे के डिब्बे रखकर ई-कचरे पुनः सायक्लिंग और स्वच्छ डिजिटल भारत अभियान, साइबर सुरक्षा, स्वच्छता और आईटी उद्योग और व्यापार आदि गतिविधियां चलायी गयी।
(ज) एनआइईएलआइटी आयोजन – देश भर में 120 से अधिक एनआइईएलआइटी केन्द्रों में कार्यक्रमों और गतिविधियों के आयोजन से 1.25से अधिक लाख नागरिकों को डिजिटल इंड़िया और ई-सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई है।
एनआइईएलआइटी केन्द्रों में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण, डिजिटल इंड़िया स्तंभ और सेवाओं पर कक्षा सत्र, स्मार्ट कक्षाओं का शुभारंभ, साईकिल रैली आदि गतिविधियां चलायी गयी।
(झ) उद्योग आयोजन – उद्योग और उद्योग संघों ने डिजिटल इंड़िया पर 75 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जिनमें 25,000आईटी पेशेवरों, कर्मचारियों और स्कूल के छात्रों ने भाग लिया।
डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम, ई-अपशिष्ट प्रबंधन, टेली-मेडिसिन और टेली-परामर्श, भारतीय विरासत की जानकारी ऑनलाइन लाना, भविष्य की शिक्षा प्रणाली, भविष्य में कक्षाओं के लिए शिक्षकों को सक्षम करने, इंटरनेट सुरक्षा जैसे विषयों पर कार्यशालाओं और संगोष्ठियों के माध्यम से जागरूकता फैलाने के लिए आयोजन किये गये।
(प) ग्राम पंचायत आयोजन – भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के सहयोग से इन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अब तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 1600 से अधिक ग्राम पंचायत कार्यक्रमों में 58,000 लोगों ने भागीदारी की । वास्तविक संख्या कहीं अधिक होगी, जैसा कि 9 जुलाई को आयोजित वीडियो सम्मेलन के दौरान अवगत कराया गया है कि राज्यों मे लगभग सभी ग्राम पंचायतों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
डिजिटल इंड़िया और ई-पंचायत सेवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने, पंचायतों की वेबसाइट और पोर्टल पर अन्य जानकारी का नया विवरण उप्लब्ध कराना, डिजिटल साक्षरता नामांकन अभियान, पंचायत की परिसंपत्तियों की मोबाइल आधारित जानकारी, जनता के लिए प्रतियोगिताओं के अलावा प्रोत्साहन और पुरस्कार प्रदान गतिविधियां चलायी गयी।
(फ) सीडीएसी आयोजन – 16 सीडीएसी केंद्रों में कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया गया। 10,000 से अधिक छात्रों और आईटी पेशेवरों को डिजिटल इंड़िया और ई-सेवाओं की जानकारी दी गई है।
- 3. केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों द्वारा की गयी पहल/शुरूआत
क. दूरसंचार विभाग –देश भर में, मोबाइल पहचान में मदद करने और जाम (जनधन – आधार – मोबाइल) के लक्ष्य हेतू तीन जुलाई से पूर्ण मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) लागू की गयी।
ख. मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का गोलमेज सम्मेलन- फिक्की द्वारा 3 जुलाई 2015 को ‘नेक्सजेन डिजिटल बुनियादी ढांचे में निवेश’विषय पर मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय संचार और सूचना एवं तकनीक मंत्री ने शिरकत की। माननीय मंत्री जी ने कहा है कि सरकार डिजिटल समावेशन की दिशा में काम कर रही है और डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम में निजी क्षेत्र को निर्णायक भूमिका निभानी है।
ग. भारतनेट (एनओएफएन) आयोजन – डिजिटल सप्ताह में, भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड ने 13 राज्यों में विभिन्न स्थानों पर भारतनेट (एनओएफएन) में कार्यक्रमों का आयोजन किया।जहां छात्रों और नागरिकों ने बड़ी संख्या में ई-गवर्नेंस, ई-शिक्षा, ई-स्वास्थ्य, ई-कॉमर्स और ई-कृषि से संबंधित गतिविधियों भाग लिया।
(घ) भारत संचार निगम लिमिटेड – भारत संचार निगम लिमिटेड ने सप्ताह भर डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम के तहत बीएसएनएल बज़ और तेज भुगतान (स्पीड पे) जैसी पहल की शुरूआत की। ये पहल संचार और सूचना एवं तकनीक मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद द्वारा शुरू की गयी। देश भर में बीएसएनएल केन्द्रों में आयोजित गतिविधियों में बीएसएनएल अधिकारियों, हितधारकों और नागरिक को डिजिटल इंड़िया और ई-सेवाओं की जानकारी दी गई है।
(ड़) टेलीमैटिक्स विकास केंद्र (सीडीओटी) – माननीय संचार और सूचना एवं तकनीक मंत्री ने डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित उत्पादों का शुभारंभ किया।
- सौर ऊर्जा चालित वाई-फाई हॉट स्पॉट
- लंबी दूरी वाला वाई फाई सिस्टम
- एमटीएनएल नेटवर्क में अगली पीढ़ी के लिए नेटवर्क
- 100 जीबीपीएस ऑप्टिकल फाइबर लिंक सिस्टम
(च) ग्रामीण विकास मंत्रालय – ग्रामीण विकास मंत्रालय ने डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम के तहत
निम्न आईटी सेवाओं को शुरू किया है
- ग्राम पंचायतों (2,500 ब्लाक) की पहचान के लिए मोबाइल निगरानी प्रणाली (एमएमएस) का शुभारंभ और 35,000 टेब का वितरण
- मनरेगा के लिए ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल (पीएलओ) का शुभारंभ
- मनरेगा के गांव प्ररिदृश्य का शुभारंभ
(छ) कृषि मंत्रालय – एनडीडीबी ने डिजिटल इंड़िया के अंतर्गत “पशु-पोषण” नामक एप्लिकेशन
विकसित की है। यह एप्लिकेशन डेयरी किसानों को उनके जानवरों के चारे की लागत अनुकूल करने, पोषण के लिए राशन संतुलन और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य सामग्री चुनने के लिए सक्षम बनाएगी।
- आइएनएपीएच एप्लिकेशन वेब-साइट और एंडरोएड फोन पर भी उपलब्ध होगी।
- किसान आइएनएपीएच पोर्टल (http://inaph.nddb.coop) पर पंजीकरण करके एप्लिकेशन का लाभ ले सकते हैं
- वर्तमान में आइएनएपीएच, 21,690 से अधिक गांवों में 20.23 लाख से अधिक किसानों के 40.87 लाख से अधिक पशुओं को कवर कर रही है।
(ज) श्रम और रोजगार मंत्रालय– ईपीएफओ ने डिजिटल इंड़िया कार्यक्रम के तहत निम्न सेवाओं
को शुरू किया है
- यूनिवर्सल खाता संख्या (यूएएन) अब तक4.64 यूएएन करोड़ आवंटित
- ऑनलाइन निष्क्रिय लेखा हेल्पडेस्क
- ऑनलाइन स्थानांतरण के लिए पोर्टल
- इलेक्ट्रॉनिक चालान और बकाया रिटर्न
- यूनिवर्सल खाता संख्या के लिए टोल फ्री नंबर 18001 18005 के साथ नियोक्ताओं और कर्मचारियों की सहायता के लिए हेल्पडेस्क
- यूएएन संख्या धारक सक्रिय सदस्यों के लिए लघु कोड एसएमएस सेवा। ये सदस्य दस विभिन्न भारतीय भाषाओं में अपने भविष्य निधी कोष (पीएफ) की जानकारी पंजीकृत मोबाइल नंबर से 7738299899 पर एसएमएस भेज कर प्राप्त सकते हैं।
(झ) वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय – वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने डिजिटल इंड़िया
कार्यक्रम के तहत निम्न पहल की शुरूआत किया है
- मिस कॉल/एसएमएस सेवाओं के उपयोग से झींगा की कीमतों पर जानकारी
- एम कृषि – झींगा पालने के लिए जल संसाधन प्रबंधन के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का शुभारंभ
- निर्यातकों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण हेतू एमपीइडी पोर्टल
(प) पंचायती राज मंत्रालय – राज्यों और केन्द्र शासित राज्यों में कई पंचायत विभागों में उनके
सोशल मीडिया पृष्ठों की शुरूआत ।
- सोशल मीडिया – भारत और विदेशों में नेट का उपयोग करने वाले नागरिकों (नेटीजन) को
डिजिटल इंड़िया के कार्यक्रम के बारे में जानकारी हेतू एक व्यापक डिजिटल और सोशल मीडिया अभियान इस सप्ताह के दौरान आयोजित किया गया। इसके अलावा माननीय प्रधानमंत्री जी ने ट्विटर पर डिजिटल डायलॉग (#DigitalDialogue) की शुरू की जिसे आईटी पेशेवरों और टेक्नोक्रेट से बहुत उत्साहजनक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं
- डिजिटल डायलॉग #DigitalDialogue को तीन दिन (4-6 जुलाई 2015) की अवधि के दौरान 39.1 करोड़ प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई।
- राष्ट्रीय कार्यक्रम के दिन 1 अरब प्रतिक्रियाएं
- सप्ताह के दौरान फेसबुक पर एक नागरिक जुडा प्रत्येक सैकंड, कुल संख्या 26 लाख पहुंच गयी।
- ट्विटर पर एक प्रत्येक 4 सेकंड में एक नागरिक जुडा, जिससे सप्ताह के दौरान कुल संख्या 36 लाख पहुंच गयी।
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