देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को नगर निगम सभागार में डिप्लोमा पशुचिकित्सक संघ के सप्तम् द्विवार्षिक अधिवेशन का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि
यह विभाग मन व माटी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि जितने देशों ने तरक्की की है, उनके दो आधार है, एक पशुधन विकास और दूसरा टेक्नोलाॅजी। हमारे राज्य में पशुधन की कमी नही है। पशुधन, कृषि के लिये एक प्रकार की आॅक्सीजन है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वेटनरी सांईस में परिवर्तन आ रहा है। पाठयक्रम को उच्चकृत कर विश्व विद्यालय से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कैबिनेट मंत्री प्रीतम पंवार से कहा कि इस क्षेत्र में विषय विशेषज्ञों की नियुक्ति कर विकास की संभावनाओं का अध्ययन करवायें। उन्होंने पशुधन केन्द्र पर सहायक अनुसेवक की नियुक्ति संविदा पर रखने हेतु प्रस्ताव भेजने को कहा। जबकि विभाग की शेष मांगों को विचार कर निस्तारित करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि पशुपालन विभाग पशुधन विकास में सराहनीय प्रयास कर रहा है। उन्होंने पशुपालन विभाग की समस्याओं से मुख्यमंत्री श्री रावत को अवगत कराया।
इस अवसर पर संसदीय सचिव/विधायक हेमेश खर्कवाल, जीतराम, पशुपालन विभाग के अध्यक्ष प्रह्लाद सिंह, सचिव हर्ष मोहन नेगी, मीडिया प्रभारी मुख्यमंत्री सुरेन्द्र कुमार, मीडिया समन्वयक राजीव जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।