देहरादून: उत्तराखण्ड सीड्स एवं तराई डेवलपमेंट कार्पोरेशन लि0 द्वारा बीजों की माग को देखते हुए इसके उत्पादन बढाने के लिए स्थानीय होटल में निदेशक मण्डल की 221 वीं बैठक कृषि मंत्री हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें कृषि बीज की गुणवत्ता एवं उत्पादन बढाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये।
जिसके तहत उत्तराखण्ड सीड्स एवं तराई डेवलपमेंट कार्पोरेशन लि0 द्वारा उत्पादित बीजों की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए निगम के सह अध्यक्ष मिक्की कपूर की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई, साथ ही सरकार द्वारा संचालित क्रय नियमावली 2008 को निगम द्वारा स्वीकार किया गया। गेंहू बीज उत्पादन का लक्ष्य बढाकर इस वर्ष 4.5 लाख रू0 रखा गया, जो कि गत वर्ष 3 लाख क्ंिवटल था। बीजों की मांग को देखते हुए प्रदेश में डीलर्स संख्या बढाने का निर्णय लिया गया तथा उद्यान विभाग द्वारा खरीदे जाने वाले बीज तराई बीज विकास निगम से क्रय किये जाने का निर्णय लिया गया।
मा0 कृषि मंत्री ने कहा कि निगम द्वारा उत्पादित बीज की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए बीज उत्पादन मे आ रही कमियों तथा पैकेज एवं प्रैक्टिसेस (सैम्पालिंग) से आ रही कमियों को दूर करने हेतु श्री कपूर की अध्यक्षता में गठित समिति में संस्तुतियां देगीं जिन्हे लागू कराकर कारपोरेशन के बीज उत्पादन कार्यक्रम को बढाया जायेगा। उन्होने कहा कि सरकार की मंशा है कि काश्तकारों को अच्छे किस्म का बीज मुहैया कराया जाए ताकि किसानों को इसका भरपूर लाभ मिल सके। उन्होने बाजपुर में निगम के नये बीज विधायन संयत्र स्थापना प्रस्ताव की जानकारी ली। निगम की आय बढाने के उद्देश्य से मण्डल द्वारा दी गयी स्वीकृति के अनुसार निगम के खटीमा स्थित भूमि बीज विधायन संयत्र के सड़क की ओर खाली पड़ी भूमि पर दुकाने निर्मित किये जाने हेतु तैयार प्रस्ताव पर भी चर्चा की।
बैठक में सह अध्यक्ष मिनी कपूर, उपाध्यक्ष जमील अहमद, कृषि निदेशक वेद प्रकाश, बलवंत सिंह, जसविंदर सिंह, निदेशक कृषि गौरी शंकर आर्य, निदेशक बीज प्रमाणित दमयंती रावत, अपर निदेशक कृषि संविन बंसल, प्रबन्धक निदेशक बीज एवं तराई विकास निगम डाॅ पी.एस बिष्ट, मुख्य अभियंता निदेशक कृषि पी.एस चैहान आदि उपस्थित थे।