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पत्रकारों के लिए रियायती पासों पर टिकटों की ई-बुकिंग शुरू की जाएगी

देश-विदेश

नई दिल्ली: रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आज संसद में वर्ष 2016-17 का रेल बजट प्रस्तुजत करते हुए कहा कि भारतीय रेल उपनगरीय और कम दूरी

के यात्रियों के लिए हैंड हैल्डी टर्मिनलों के जरिए टिकटों की बिक्री शुरू करना चाहती है। इससे कम से कम बुनियादी ढांचे के साथ कई टिकट बिक्री स्थ ल तैयार किये जा सकते हैं। उन्हों ने कहा कि भारतीय रेल टिकट वेंडिंग मशीनों के जरिए प्ले्टफार्म टिकटों की बिक्री भी शुरू करना चाहती है, जिसमें नकद राशि के अलावा क्रेडिट/डेबिट कार्डों से भी भुगतान किया जा सकता है।

श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने अगले 3 महीने में विदेशी पर्यटकों और प्रवासी भारतीयों के लिए विदेशी डेबिट/क्रेडिट कार्डों से ई-टिकटिंग सुविधा शुरू करने की भी घोषणा की। उन्होंमने पत्रकारों को रियायती पासों पर टिकटों की ई-बुकिंग की सुविधा दिए जाने की भी घोषणा की।

श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने हेल्पगलाइन 139 पर यात्रियों को पंजीकृत फोन नंबर पर भेजे गए ‘वन टाइम पासवर्ड’ का उपयोग करते हुए टिकट रद्द कराने के‍ जरिए पीआरएस टिकटों को रद्द कराने की नई प्रक्रिया का भी प्रस्तागव किया। बगैर टिकट यात्रा की समस्यां से निपटने के लिए प्रमुख स्टे शनों पर पायलट आधार पर बार कोड वाली टिकटें, स्कैकनर और एक्सेनस कंट्रोल शुरू किये जाएंगे और यात्रियों के लिए निर्बाध यात्रा सुनिश्चित की जाएगी।

सुबह के घंटों के दौरान, सेवाओं में सुधार के लिए तत्काील काउंटरों पर सीसीटीवी कवरेज की योजना बनाई जा रही है। पीआरएस वेबसाइट की सुरक्षा विशेषताओं के आवधिक रूप से थर्ड पार्टी ऑडिट और प्रमाणन की व्य वस्थास करने की भी योजना तैयार की जा रही है।
अक्तूडबर 2015 में शुरू की गई विकल्पी (वैकल्पिक गाड़ी एकोमोडेशन प्रणाली) योजना का विस्ताार किया जाएगा, ताकि प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को निर्दिष्टे गाड़ि‍यों में पसंद का स्थाान प्रदान किया जा सके।

पिछले साल घोषित ‘ऑपरेशन पांच मिनट’ का अनुसरण करते हुए रेल मंत्री ने 1,780 आटोमैटिक टिकट वैंडिंग मशीनें, मोबाइल एप्स और गो इंडिया स्मारर्ट कार्ड की शुरूआत की। गो इंडिया स्माकर्ट कार्ड से यूटीएस और पीआरएस टिकट बिना नकद भुगतान के खरीद सकते हैं। अनारक्षित और प्लेाटफार्म टिकटें खरीदने के लिए मोबाइल एप शुरू किये गये हैं। ई-टिकटिंग मशीनों की क्षमता को 2000 टिकट प्रति मिनट से बढ़ाकर 7,200 टिकट प्रति मिनट की गई है। इससे एक ही समय पर 1,20,000 उपभोक्ता, इसका उपयोग कर सकते हैं जबकि पहले केवल 40,000 ही कर पाते थे।

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