लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा आज अपने आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश में आयुष और योग के क्षेत्र में शिक्षा, अनुसंधान तथा प्रशिक्षण में निवेश की संभावनाओं को जुटाने तथा अधिक से अधिक निवेश को आकर्षित करने के लिए स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान केंद्र जिगनी, बैंगलोर के प्रतिनिधियों तथा उत्तर प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की गई।
कृषि मंत्री श्री शाही के कालिदास मार्ग लखनऊ स्थित आवास पर आयोजित कार्यक्रम में श्री सूर्य प्रताप शाही ने स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान जिगनी बेंगलुरु के कुलपति डॉ. एच आर नागेंद्र से अपील की कि विश्वविद्यालय का एक परिसर उत्तर प्रदेश में भी खोला जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जड़ी-बूटी तथा औषधीय पौधों के उत्पादन में रुचि रखने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि आयुष और योग पर प्रस्तावित कार्यक्रम के माध्यम से हम प्रदेशवासियों को स्वस्थ और समृद्ध जीवन की ओर ले जाएंगे।
आयुष तथा योग के क्षेत्र में एस-व्यासा के नाम से प्रसिद्ध स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान जिगनी बेंगलुरु के कुलपति डॉ. एच आर नागेंद्र के द्वारा योग तथा आयुष में संभावित क्षेत्रों के विषय में विस्तार से बताया गया। प्रदेश के आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु द्वारा उत्तर प्रदेश में उपलब्ध संभावनाओं पर चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त शासन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस विषय पर विचार विमर्श किया। मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि प्रदेशवासियों की उन्नति के लिए सरकार आयुष और योग को प्रोत्साहित कर रही है।
इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री अवनीश अवस्थी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव आयुष आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव श्री संजय प्रसाद उपस्थिति रहे।