लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड द्वारा किसानों को ऋण का वितरण लक्ष्य के सापेक्ष किया जाए और किसानों को ऋण वितरण में सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाए।
श्री वर्मा आज यहां उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड प्रधान कार्यालय लखनऊ के सभाकक्ष में बैंक के कार्यकलापों एवं बैंक की प्रगति की समीक्षा करने के उपरांत यह निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कृषकों को जो ऋण वितरित किया गया है उसकी वसूली की कार्यवाही नियमानुसार करते हुए किया जाये इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। श्री वर्मा ने समीक्षा के दौरान पाया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में 01 अप्रैल से 30 सितंबर 2020 तक 300 करोड़ लक्ष्य के सापेक्ष 2.83 करोड़ रुपए ऋण वितरित किया गया है। इसी प्रकार 01 जुलाई 2020 से 30 सितंबर 2020 तक 251.10 के सापेक्ष
रु0 99.94 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। श्री वर्मा ने समीक्षा के दौरान पाया कि ऋण वितरण में अलीगढ़, आगरा, मेरठ, मंडल की प्रगति खराब है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऋण वितरण में सुधार लाते हुए लक्ष्य के सापेक्ष ऋण वितरण किया जाए। उन्होंने बैंक द्वारा सितंबर 2020 में की गई वसूली की समीक्षा करते हुए पाया कि वाराणसी, झांसी, मिर्जापुर, देवीपाटन, कानपुर, फैजाबाद, इलाहाबाद, चित्रकूट मंडल में ऋण की वसूली खराब है, जिस पर उन्होंने कहा कि वसूली में सुधार लाया जाए।
उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के सभापति श्री संत राज यादव ने कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर कैम्प लगाकर किसानों को ऋण वितरण की जानकारी दी जाए जिससे किसानों को ऋण दिए जाने में आसानी होगी और किसानों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराया जा सकेगा।
उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक के प्रबंध निदेशक श्री ए0के0 सिंह ने कहा कि माननीय मंत्री जी द्वारा आज इस समीक्षा बैठक में जो भी निर्देश दिए गए हैं उनका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। इस अवसर पर बैंक के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।