नैनीताल: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के लिए सम्पर्ण भाव से कार्य कर रहे जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने अल्प समय में वह कार्य किये हैं जिनकी गूंज दिल्ली तक पहुॅच चुकी है। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहल अद्वितीय एवं अनोखे कार्य करने के लिए उत्तराखण्ड से जनपद नैनीताल का चयन किया है। इस बाबत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव आस्था सक्सेना खटवानी ने पत्र भेजकर जिलाधिकारी को बधाई दी है और बताया है कि राष्ट्रीय स्तर पर बालिकाओं के लिए समर्पित इस कार्यक्रम के तहत देशभर के चयनित जनपदों में हुए उल्लेखनीय कार्यों पर आधारित 25 कहानियों का समावेश करते हुए फिल्म बनायी जा रही है। जनपद नैनीताल से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान पर आधारित वाॅल पेंटिंग कार्य को कहानी के तौर पर चयन किया गया है। पत्र में बताया गया है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के सम्बन्ध में देश की राजधानी दिल्ली में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें इस योजना के अन्तर्गत बेहतर काम करने वाले लोगो को सम्मानित किया जायेगा।
इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी श्री बंसल ने सभी जनपद वासियों के साथ ही बालिकाओं, शिक्षण संस्थानो, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों कर्मचारियो को बधाई और शुभकामनाऐ दी हैं और कहा है कि सभी के अथक प्रयासों से जिले को यह मुकाम हासिल हुआ है। उन्होंने बताया कि जनपद में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को और बुलन्दी पर ले जाया जायेगा ताकि यह अभियान जन आन्दोलन के रूप में क्रियान्वित हो।
गौरतलब है कि विगत छः महीने से जिलाधिकारी द्वारा स्वंय बच्चियों के साथ मिलकर जिलेभर की खाली दीवारों पर सुन्दर चित्र उकेरने का काम किया है। उनका मानना है कि बच्चे बचपन से ही काफी प्रतिभाशाली होते हैं तथा उनके भीतर विभिन्न प्रकार के कलात्मक गुण विद्यमान होते हैं, जरूरत इस बात की है कि बच्चों की इस प्रतिभा को सामने लाने तथा निखारने के लिए उचित मंच एवं वातारण दिया जाये। श्री बंसल का मानना है कि बेटी है तो कल है। संस्कारवान एवं शिक्षित बेटी दो परिवारों में उजाला पहुॅचाती है ।