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जिला स्तरीय अधिकारियों को इंसीडेन्ट रिस्पान्स सिस्टम के अन्तर्गत प्रशिक्षण देतेः जिलाधिकारी रविनाथ रमन

उत्तराखंड
देहरादून: जनपद में आपदाओं के प्रति संवेदनशीलता तथा आपदा उपरान्त किये जाने वाले व्यवस्थाओं  एवं

प्रचालनों को व्यवस्थित रूप से किये जाने हेतु राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, भारत सरकार द्वारा इंसीडेन्ट रिस्पान्स सिस्टम (आई.आर.एस) के मार्गनिर्देशों के क्रम में सम्पादित कार्यवाही के सम्बन्ध में आज कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी रविनाथ रमन की अध्यक्षता एवं सलाहकार राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण भारत सरकार वी. गणनायक के मार्गनिर्देशन में जिला स्तरीय अधिकारियों को इंसीडेन्ट रिस्पान्स सिस्टम के अन्तर्गत प्रशिक्षण दिया गया ।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि उन्हे दिया जा रहे प्रशिक्षण को वह अच्छी तरह से समझ ले ताकि आपदा के समय की जाने वाली कार्रवाई ठीक तरह से कर सके तथा प्रभावित क्षेत्र में तत्काल राहत मुहैया कराई जा सके। उन्होनेे सभी अधिकारियों को अपने-2 विभागों से सम्बन्धित तैयारियां पूर्व से रखने के निर्देश दिये ताकि भूस्खलन, भूकंप, बाढ किसी भी आपदा की स्थिति में तेजी से प्रभावितों को राहत दिलाई जा सके। उन्होने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी आपदा के समय समन्वय के साथ कार्य करे।
इस अवसर पर परामर्शदाता राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण विनय गणनायक द्वारा उपस्थित अधिकारियो को स्लाइड शौ के माध्यम से स्वास्थ्य, आपूर्ति, पेयजल, राजस्व, पुलिस, लो.नि.वि,सिविल डिफेन्स, आदि विभागों को उनके दायित्वों के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आपदा के दौरान दिये जाने वाले दायित्वों तथा कार्यों को चार्ट के माध्यम से विस्तार पूर्वक समझाया। उन्होने बताया कि आपदा के समय जनपद में मुख्य भूमिका जिलाधिकारी की होती है, जिसके नियत्रंण में टाक्सफोर्स का गठन किया जाता है, तथा उनके आदेशों के अनुसार सभी अधिकारी कार्य करते है। जिलाधिकारी जनपद का इन्सीडेण्ड कमान्डर होता है, जिनके स्टेजिंग एरिया कम्युनिकेशन नियोजन, नागरिक सुविध बहाल करने, यातायात संयोजन बहाल करने से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को उनके दायित्वों की जानकारी दी। उन्होने सूचना एव मीडिया अधिकारी, समन्वयक अधिकारी, सुरक्षा अधिकारियों आदि के कर्तव्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की है कि आपदा किसी भी प्रकार की हो सकती है, जिसके लिए हमें अपने पास उपलब्ध संसाधनों के साथ हर समय तैयार रहना चाहिए ताकि आपदा के समय प्रभावितों को उचित सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
बैठक में अपर जिलाधिकारी राजस्व झरना कमठान, विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी श्रीमती स्वाति भदोरिया, उप जिलाधिकारी डोईवाला शालिनी नेगी, उप जिलाधिकारी श्रीमती कुसुम चैहान, उप जिलाधिकारी सदर अरविन्द पाण्डेय, उप जिलाधिकारी मसूरी एन.एस डांगी, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी डाॅ दीपशिखा रावत सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी सहित पुलिस एवं सेना के अधिकारी उपस्थित थे।

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