नई दिल्ली: सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग आज 14 सितंबर, 2018 को दिल्ली के डॉ अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में ‘जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्रों का राष्ट्रीय सम्मेलन’ आयोजित करेगा। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलौत मुख्य अतिथि होंगे और मंत्रालय में राज्यमंत्री कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
इस एकदिवसीय सम्मेलन में जिन 263 जिलों में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र स्थापित हैं वहां के जिलाधीश, प्रदेश समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव, क्षेत्र से जुड़े एनजीओ, जिला समाज कल्याण अधिकारी, प्रसिद्ध डॉक्टर इत्यादि शामिल होंगे। सम्मेलन का उद्देश्य जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्रों के संदेशों को आगे बढ़ाना है जो दिव्यांगजनों की भलाई में अहम किरदार निभाते हैं। इसका उद्देश्य योजनाओं के बारे में स्पष्टता से विचार करने और इससे जुड़ी सफलता की कहानियों को फैलाना है।
जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र दिव्यांगजनों को समग्र सेवाएं उपलब्ध कराता है और जिला स्तर पर जागरूकता सृजन, पुनर्वास और पुनर्वास पेशेवरों को प्रशिक्षण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर एवं क्षमता निर्माण का काम भी करता है।
जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्रों की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं।
- 310 जिलों को चिन्हित किया गया है और 263 जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र स्थापित किए गए हैं।
- ये केंद्र जागरूकता सृजन, समय रहते हस्तक्षेप और दिव्यांगजनों के लिए सहायक यंत्र की जरूरत का आकलन करतें हैं।
- दिव्यांगजन पेशेवरों के जरिए दिव्यांगजनों को फिजियोथेरापी, ऑक्यूपेशेनल थेरापी और स्पीच थेरापी की सुविधा भी इन केंद्रों पर उपलब्ध है।
- पुनर्वास सेवाओं के लिए साधन उपलब्ध कराते हैं।
- योजनाओं की लागत खर्च में सुधार कर 01/04/2018 से इसे बढ़ाकर ढाई गुना कर दिया गया है।