देहरादून: एस.आई.टी द्वारा श्री राधेश्याम पैन्यूली लेखपाल के विरूद्ध असत्य तथ्यों के आधार पर आरोपी बनाने हुए दर्ज मुकदमों से नाम हटाने के सम्बन्ध में उत्तराखण्ड लेखपाल संघ के पदाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी रविनाथ रमन को कैम्प कार्यालय मेे मिलकर दर्ज मुकदमें से नाम हटाने के सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा गया।
उत्तराखण्ड लेखपाल संघ के पदाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी को प्रेषित ज्ञापन में अवगत कराया गया कि एस.आई.टी द्वारा थाना रायपुर में मु0आ0स0 81/16 जिसमें ग्राम तरला नांगल, तहसील-सदर देहरादून स्थित भूमि पर फर्जी वाड़े के सम्बन्ध में आरोपित 13 व्यक्तियों में श्री राधेश्याम पैन्यूली लेखपाल को दाखिल खारिज रिपोर्ट देने का आरोपी बनाकर उनके विरूद्ध थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया। लेखपाल संघ द्वारा अपने ज्ञापन में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया है कि एस.आई.टी द्वारा उन्हे अनावश्यक परेशान किया जा रहा है, जबकि श्री राधेश्याम पैन्यूली की इसमें कोई गलती नही है। उन्होने अवगत कराया कि तहसीलदार सदर देहरादून के वाद स0 3984/2010 में ग्राम तरला नांगल, परवादून देहरादून की खाता संख्या 256 पर अंकित भूमि खसरा न0 33 मिन0 रकबा 0.0238 है पर अंकित विक्रेता खातेदार भू-स्वामी श्री मदन लाल एवं बाला देवी द्वारा सलंग्न विक्रय पत्र दिनांक 8.12.1998 के अनुसार भूमि विक्रय पत्र में अंकित क्रेता श्री संगमनाथ योगी पुत्र श्याम नाथ योगी निवासी दिल्ली को विक्रय किये जाने के सम्बन्ध में पत्रावली पर सलंग्न रजिस्ट्रार द्वारा जारी सत्य प्रमाणित प्रति में संगमनाथ का नाम दर्ज व अंकित था। उसी आधार पर अपनी आख्या नियमानुसार जारी प्रारूप पर सामान्यतः पत्रावली प्राप्त होने पर आख्या दी गई है, किसी व्यक्ति या विक्रय पत्र पुष्टि नही की गई थी। इस प्रकार हल्का लेखपाल द्वारा अपने कर्तव्यापालन में ही समस्त कार्य किया है। उसे दोषी मानना किसी प्रकार न्यायोचित नही है। उन्होने अपने ज्ञापन में बताया कि विगत दिनों समाचार पत्रों में छपी खबर से ज्ञात हुआ है उक्त दाखिल खारिज वाद में तथ्यो ंको छुपाते हुए सोमनाथ के स्थान पर संगमनाथ के नाम भूमि में दाखिल खारिज वाद में आख्या दी गयी है, जबकि लेखपाल को इस सम्बन्ध में आज तक कोई जानकारी है नाही एस.आई.टी द्वार इस सम्बन्ध में पूछताछ की गयी। इस प्रकार पैन्यूली बिना किसी गलती के सह आरोपित बनाया गया। उन्होने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि एस.आई.टी द्वारा थाना रायपुर में लेखपाल श्री राधेश्याम पैन्यूली के नाम दर्ज हुए मुकदमें से नाम हटाने की मांग की।
जिलाधिकारी द्वारा उत्तराखण्ड लेखपाल शिष्टमण्डल को आवश्स्त किया है कि वह इस सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी एवं उप जिलाधिकारी सदर के स्तर से भी तथ्यों की जांच की जाएगी, यदि जांच में श्री राधेश्याम पैन्यूली लेखपाल की इस प्रकरण में कोई सलिंप्ता नही पाई जाती है तो उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की जाएगी। उन्होने सभी लेखपालों को यह भी निर्देश दिये हैं कि उनके पास जो भी आम जनमानस की जो आवेदन पत्र जाति/आय/मूल निवास प्रमाण पत्रों तथा विभिन्न पैन्शनों के आवेदन पत्रों को तत्काल निस्तारित करने के निर्देश दिये। उन्होने यह भी निर्देश दिये हैं कि यदि कोई बुजुर्ग व्यक्ति अपने समस्या/आवेदन को लेकर आता है तो उसका तत्काल निराकरण करना सुनिश्चित करें, उन्हे किसी प्रकार से परेशान न किया जाए, यदि इस सम्बन्ध में किसी लेखपाल की शिकायत मिलती है तो इसके विरूद्ध उनके द्वारा कठोर कार्यवाही की जाएगी, जिसके लिए वे स्वयं उत्तरदायी होगे। उन्होने यह भी निर्देश दिये हैं कि सभी तहसीलों में लेखपालों से सम्बन्धित प्राप्त होने आवदेनों के लिए एक अलग से स्थान/पेटी रखी जायेगी जिसमें, सम्बन्धित क्षेत्र के लेखपाल के प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों/अभिलेख को रखा जाएगा, जिसे सम्बन्धित लेखपाल प्राप्त आवेदन पत्रों पर अपनी संस्तुति/आख्या निर्धारित समयावधि के अन्तर्गत देंगे। उन्होने यह भी निर्देश दिये हैं कि उनके द्वारा जल्द ही सभी तहसीलों में अलग स्थान चिन्हित किया जाएगा, जिसमें काउन्टर/खिड़की बनायी जायेगी, जिसमें सम्बन्धित लेखपाल का नाम/क्षेत्र तथा कार्य का विवरण अंकित होगा। उन्होने यह भी कहा कि सभी लेखपालों के कक्षों में सी.सी.टी.वी कैमेरे भी लगाये जाएगें ताकि किसी भी लेखपाल कोई आरोप न लगा सके।
इस अवसर पर लेखपाल संघ के आनन्द सिंह रावत उपाध्यक्ष, अरूण मनोज मिश्रा सचिव, अरूण कुमार, सत्यप्रकाश, राधेश्याम पैन्यूली, रविकान्त, कृपाल सिंह, सुरेश तिवारी, विनोद कुमार, विजय सिंह नेगी, सरकार सिंह चैहान, विजय नेगी, आत्माराम सेनी , संगत सिंह सैनी, राजेन्द्र कुमार, कमल सिंह राठौर आदि मौजूद थे।