नियंत्रण रेखा पर हथियारबंद घुसपैठियों के हमले में तीन सैनिकों के शहीद होने के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को कड़ी चेतावनी देते हुए आगाह किया है कि वह अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकवादियों की हरकतों पर अंकुश लगाये। सेना ने स्थापित संपर्क माध्यम के जरिये पाकिस्तानी सेना से जवाबी कार्रवाई में मारे गये दो पाकिस्तानी घुसपैठियों के शव ले जाने को भी कहा है। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना से सख्त लहजे में कहा है कि वह अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकवादियों की हरकतों पर लगाम लगाये और घुसपैठ में उनकी मदद न करे। सेना ने कहा है कि उसे जानकारी है कि बड़ी संख्या में आतंकवादी सीमा के उस पार लांच पैड पर बैठे हैं और वे बर्फबारी शुरू होने से पहले घुसपैठ की फिराक में हैं।
पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पार कर आये पांच- छह हथियारबंद घुसपैठियों ने रविवार को जम्मू क्षेत्र के सुंदरबनी सेक्टर में अचानक भारतीय सेना के गश्ती दल पर हमला कर दिया था। इस हमले में तीन सैनिक शहीद हो गये और एक घायल हो गया। सेना ने जवाबी कार्रवाई में दो घुसपैठियों को ढेर कर दिया था। मारे गये हमलावर लड़ाकू जवानों की वर्दी हुए थे हालाकि उनकी पहचान नहीं हो पायी है। सेना के अनुसार पाकिस्तान की पहल पर गत 29 मई को सैन्य संचालन महानिदेशकों की बैठक के बाद से भारत सीमा पार से उकसावे की नियमित कार्रवाई के बावजूद नियंत्रण रेखा पर संयम बरत रहा है और संघर्ष विराम समझौते का पालन कर रहा है। बैठक के बाद से पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और 30 मई के बाद से भारतीय सेना ने घुसपैठ की 7 कोशिशों को विफल किया है जिनमें 23 आतंकवादी मारे गये हैं। रॉयल बुलेटिन