नई दिल्ली: संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने कहा है कि चिकित्सा पेशे के लोगों को गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए ग्रामीण इलाकों में कार्य करना चाहिए। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और संबंधित अस्पतालों के शताब्दी समारोह के मौके पर डाक टिकट जारी करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि डॉक्टरों को शहरों में पदस्थापित होने से पहले कुछ वर्षों तक गावों में कार्य करने की शपथ लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 100 वर्ष पहले तब के वायसराय लॉर्ड हार्डिंग की पत्नी ने महिला डॉक्टरों की कमी महसूस की थी और इसी से उन्होंने लेडी मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का निर्णय लिया। कॉलेज को लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नाम दिया गया । श्री सिन्हा ने बताया कि उन्होंने तब के रियासती रजवाड़ों , सामाजिक कार्यकर्ताओं और साधारण जन से धन इकट्ठे किए । उन्होंने बताया कि लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के पुराने भवन को पहले ही 2005 में राष्ट्रीय विरासत स्थल घोषित किया गया है।
श्री सिन्हा ने देश के प्रति लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि कॉलेज का गौरवशाली अतीत है । इस अवसर पर जारी कॉफी टेबल बुक का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कॉलेज से पढ़े युवा डॉक्टर विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़े हैं और संस्थान को ख्याति दिलाई है।
इस मौके पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कॉलेज के लिए नई अतिरिक्त अवसंरचना की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय निर्माण कार्य में सभी संभव सहायता करेगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से लोक सभा सदस्य श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज शिखर पर है और इसे विश्व स्तर पर ले जाना है।