लखनऊ: चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि भौतिक उपलब्धियों से आत्म संतुष्टी प्राप्त नहीं होती है, बल्कि जब बीमारी से ग्रस्त कोई मरीज ठीक होने के बाद किसी चिकित्सक को धन्यवाद कहता है तो उस समय मिलने वाली संतुष्टी से बड़ी आत्म संतुष्टी कोई नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की ख्याति और प्रतिष्ठा की आयु उसके जीवन की आयु से भी अधिक होती है। किसी व्यक्ति की ख्याति व प्रतिष्ठा उसके जीवनोपरांत भी बरकरार रहती है और मरणोपरांत भी साथ नहीं छोड़ती है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आज यहां किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में चिकित्सकों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने के0जी0एम0यू0 के विभागों के अधिष्ठाता एंव संकाय सदस्यों से पांच सवाल किए और उनके उत्तर भी स्वयं से ही पूछने का आग्रह करते हुए कहा कि एक चिकित्सक को सदैव यह प्रश्न अपने आप से करना चाहिए कि उन्होंने यह पेशा क्यों चुना? अपने चिकित्सा सेवा के कार्यकाल में वह कितने सफल हुए? वह कितनी डय्टी करते हैं और उसका प्रतिफल क्या है? तथा इसका उद्देश्य क्या है? उन्होंने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं उनसे शालीनता के साथ व्यवहार किए जाने के लिए कहा।
विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने मंत्री जी से अपनी समस्याओं पर चर्चा करते हुए उन्हें दूर किए जाने का अनुरोध किया। प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 ए0के0सिंह ने बर्न यूनिट के सुचारू संचालन हेतु 19 रिक्त पदों पर नियुक्ति की स्वीकृति के साथ ही कुछ निर्माण कार्य एवं आवश्यक सेवाओं के संचालन हेतु अनुरोध किया। प्रो0 विनीता दास, विभागाध्यक्ष, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा एम0सी0एच0 विंग के संचालन हेतु अतिरिक्त मानव श्रम शक्ति जैसे स्टाफ नर्स इत्यादि की उपलब्धता हेतु अनुरोध किया।
चिकित्सा अधीक्षक डाॅ0 बी0के0 ओझा द्वारा जिला चिकित्सालयों द्वारा बिना उपचार के सामान्य मरीजों को के0जी0एम0यू0 के ट्रामा सेंटर रेफर करने की क्रिया को सीमित करते हुए संबंधित मरीजों को यथा संभव जिला स्तर पर ही उपचार उपलब्ध कराए जाने एवं अधिष्ठाता दंत संकाय प्रो0 शादाब मोहम्मद ने जर्जर हो चुके पुराने दंत भवन को ध्वस्त कर नवीन दंत संकाय हेतु नवीन भवन के निर्माण के साथ ही साथ इसके विस्तार हेतु अनुदान उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध किया। के0जी0एम0यू0 की प्रति कुलपति एवं पैथालाॅजी विभाग की प्रो0 मधुमति गोयल द्वारा मेडिको-लीगल प्रकरण में पोस्टमार्टम से संबंधित टिशु नमूने राज्य चिकित्सालयों को भी परीक्षण हेतु भेजे जाने तथा समस्त टिशु को चिकित्सा विश्वविद्यालय ही न भेजने के संदर्भ में दिशा-निर्देश निर्गत करने हेतु अनुरोध किया। लाॅरी कार्डियोलाॅजी के विभागाध्यक्ष डाॅ0 वी0एस0 नारायण ने कार्डियोलाॅजी विभाग द्वारा विभाग के पीछे अपूर्ण निर्माण कार्य को शीघ्रतिशीघ्र पूर्ण कराए जाने का अनुरोध किया। इसके साथ ही बाल रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ0 शैली अवस्थी ने फैकेल्टी की कमी के बारे में जानकारी देते हुए शीघ्र ही पदों के सृजन का अनुरोध किया।रोडियो डायग्नोसिस विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ0 नीरा कोहली ने विभाग की आवश्यकता हेतु 3 टेस्ला एम0आर0आई0 मशीनों को उपलब्ध कराए जाने के प्रकरण को निस्तारित करने का अनुरोध किया गया जिस प्रकरण पर शासन स्तर पर कुछ आपत्तियां दर्ज की गई हैं।
के.जी.एम.यू. के डीन, रिसर्च सेल प्रो0 आर0 के0 गर्ग ने रिसर्च ग्रांट में बढ़ोत्तरी किये जाने एवं ट्रामा सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 संदीप तिवारी ने पुराने एम0एस0 बंगले के पास ट्रामा सेंटर की एक और इमारत बनाए जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश भर से आने वाले मरीजों को शैय्याओं की कमी की समस्या से छुटकारा मिलने के साथ ही बेहतर चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे ने के0जी0एम0यू0 की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस प्रकार से इस चिकित्सा संस्थान ने देशभर में अपनी ख्याति बटोरी है उसी प्रकार अब समय आ गया है कि अन्तरर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने पहचान बनाए। इसके साथ ही उन्होंने रिसर्च पर भी पहले के मुकाबले ज्यादा जोर दिए जाने की बात कही। उन्होंने भारत सरकार द्वारा हाल ही में शुरू किए गए फिट इंडिया अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यदि चिकित्सक अपने मरीजों को दवाईयों के साथ ही दैनिक दिनचर्या एवं स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के बारे में दवा के पर्चो के माध्यम से उससे जुड़ी जानकारी अंकित करवा लंे तो आम लोगों को आसानी से जागरूक किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भटट् ने भी अपने विचार व्यक्त चिकित्सा सेवा को सबसे बड़ी सेवा बताया।