लखनऊ: स्पेशल टास्क फोर्स को अन्तर्राज्यीय वन्य जीव तस्करों को गिरफतार करने एवं उनसे भारी संख्या में अवैध वन्य जीव बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफतार अभियुक्त का विवरणः-1. अली हसन उर्फ पप्पू पुत्र नूर हसन निवासी-गोंडा टोला, थाना-बांगरमऊ, जिला-उन्नाव।
2. मौहम्मद कलीम पुत्र मौहम्मद खलील निवासी-गोंडाटोला, थाना-बांगरमऊ, जिला-उन्नाव।
3. मौहम्मद हुसैन पुत्र मौहम्मद मुस्तफा निवासी-लाट नं0-4, गाटा नं0-168, रमजानपुरा, थाना-आयशा नगर, नासिक(महाराष्ट्र)
4. जुबैर पुत्र अली हसन निवासी-गोंडाटोला, थाना-बांगरमऊ, जिला-उन्नाव।
बरामदगी:-
- Common Spine (चाहा) 02
- Black frankolin- (काला तीतर) 01
- Common Teal- (मुर्गाबी) 02
- Yellow footed green pigeon- (हरियल) 01
- Grey frankolin- (तीतर) 18
- Crane- (करकरा) 01
- Peahen- (मोरनी) 01
- Ruddyshellduck- (सुखाबी) 59
- Indian Tent Turtle 290
- Indian Roofed Turtle
- Brown river Turtle
- Indian Hapshell Turtle
- जाल/रस्से 10
- सुर्खाब की डमी 05
- रू0 3100/-नगद
- मोबाइलफोन मय सिम- 05
विगत कई माह से सूचना प्राप्त हो रही थी कि जनपद-उन्नाव से भारी संख्या में संरक्षित कछुओं और चिडि़यों का अन्तर्राज्यीय अवैध व्यापार हो रहा है।इस सूचना को विकसित करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तरप्रदेश द्वारा डा0 अरविन्द चतुर्वेदी, अपर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया, जिसके अनुपालन में श्री चतुर्वेदी ने पूर्व में विकसित अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया और वन विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों से सम्पर्क किया। जमीनी सूचना के अनुसार ज्ञात हुआ कि गोंडा टोला, बांगरपुर, उन्नाव के कुछ व्यक्ति अवैध रूप से संरक्षित पक्षियों का शिकार करते हैं और आसपास के शिकारियों के सम्पर्क में रहते हैं। विभिन्न प्रकार के पक्षी और कछुए खरीदते हैं। ऐसे व्यापारियों के उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त दिल्ली, बिहार, वेैस्टबंगाल, महाराष्ट्र आदि राज्यों में सम्पर्क हैं और बड़ी संख्या में संरक्षित प्रजाति के वन्य जीवों का अवैध व्यापार करते हैं। निरीक्षक श्री पी0के0 मिश्रा ने अत्यन्त व्यवस्थित ढंग से इस पूरे नेटवर्क का अध्ययन किया और कई बार फील्ड में ऐसे अवैध व्यापार में संलिप्त लेागों को चिन्हित किया। एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को दिनांक:09-11-2015 को एक सटीक सूचना प्राप्त प्राप्त होने पर उप निरीक्षक श्री विमल गौतम के नेतृृत्व में एक टीम स्थानीय पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ गोंडा टोला, थाना-बांगरमऊ, जिला-उन्नाव भेजी गयी, जहाॅ पर मौहम्मद खलील के घर से उक्त चारों अभियुक्तों की गिरफतारी एवं उपरेाक्त बरामदगी सुनिश्चित की गयी।
पूछताछ पर गिरफतार अभियुक्त मौहम्मद कलीम ने बताया कि वह अपने पिता खलील के साथइस अवैध व्यापार का कार्य करता है, जिनकी मालेगांव, महाराष्ट्र से मौ0 हुसैन से कछुए देने की बात तय थी, जिसके लिए हुसैन उपरेाक्त आया हआ था। यह भी बताया कि पिछले लगभग 02 वर्षाे हुूसैन तथा मालेगांव, महाराष्ट्र के अन्य व्यापारियों को कछुए बेचता रहा है तथा उन्नाव निवासी अफजाल कछुए लेकर महाराष्ट्र, दिल्ली एवं पश्चिमी बंगाल भी जाता है। अवैध वन्य जीवों का शिकार गोता खोर मौहल्ला, शुक्लागंज, उन्नाव के कतिपय अन्य लोगों द्वारा किये जाने की जानकारी भी प्राप्त हुई, जिसका सत्यापन किया जा रहा है।मोहम्मद हुसैन ने यह भी बताया कि वह उन्नाव से अवैध रूप से खरीदे गये कछुओं को क्राफर्ड मार्केट, मुम्बई में ऊॅचे दाम पर बेचता है। ये कछुए अधिकांशतः मछलियों के साथ पालने और फैंगशुई (शुभचिन्ह) क रूप में इस्तेमाल किये जाते हैं।बरामद कछुओं को न्यायालय के आदेश के उपरान्त टी0एस0ए0 (टर्टल सर वाईवल एजेन्सी) के माध्यम से कुकरेल वन प्रजनन केन्द्र में रखा गया है। सुर्खाब, तीतर और हरियल को उनके प्राकृृतिकवास में छोड़ दिया गया है। शेष 07 संरक्षित जाति के पक्षियों को लखनऊ प्राणी उद्यान को हस्तगतकर दिया गया है। इस कार्यवाही में एस0टी0एफ0 के अतिरिक्त स्थानीय पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारियों का भी सहयोग रहा है। रेन्ज आफिसर, बांगरमऊ द्वारा इस सम्बन्ध में उचित धाराओं में कम्पलेन्ट केस दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ की जा रही है।