लखनऊः उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ० दिनेश शर्मा ने आज यहां विधान सभा के कक्ष संख्या 80 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एण्ड इनोवेशन ड्रिवेन एंटरप्रेन्योरशिप, सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस (ए0आई0आई0डी0ई0-सी0ओ0ई0) की वेबसाइट का उद्घाटन किया, जिस आज से ही स्टार्टअप के लिये पंजीकरण भी शुरू हो गया है। सेंटर आफ एक्सिलेंस की स्थापना किए जाने के लिए नोडल संस्था उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पाेरेशन लिमिटेड है। डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश स्टार्टअप नीति-2020 राज्य में स्टार्टअप्स के फलने फूलने के लिए नींव बनाने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्टार्टअप पारिस्थितिकीय तंत्र लगातार विकसित हो रहा है, इसी दिशा में सरकार ने आईआईटी कानपुर और फिक्की के सहयोग से नोएडा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की उभरती प्रौद्योगिकियों में उत्कृष्टता केन्द्र को रेखांकित कर रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग का लाभ उठाकर नवाचार एवं उद्यमिता पारिस्थितकीय तंत्र को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा में विश्व स्तरीय उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित करने का दायित्व आईआईटी कानपुर को सौंपा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एण्ड इनोवेशन ड्रिवेन इंटरप्रेन्योरशिप (ए0आई0आई0डी0ई0) 5 वर्ष की अवधि में ए0आई0/एम0एल0 डोमेन से 250 स्टार्टअप को उद्यमी बनाने में मदद करेगा। इससे स्टार्टप्स को स्वयं रोजगार प्राप्त करने तथा दूसरों को रोजगार दाता बनाने में सहायक होंगे। इस केंद्र से प्रदेश के लगभग 50 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से तथा लगभग 01 लाख युवाओं को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होंगे। स्टार्टअप के पास अपने उत्पाद विकास में तेजी लाने में मदद करने के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और प्रयोगशाला सुविधाओं, सलाहकारों और निवेशकों तक पहुंच होगी। केन्द्र उत्तर प्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में स्टार्टअप इकोसिस्टम विकसित करेगा और शिक्षा तथा उद्योगों के बीच खाई को पाटने में मदद करेगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘स्टार्टअप पारिस्थितिकीय तंत्र में लगातार विकसित हो रही प्रौद्योगिकियों के साथ नॉलेज सेण्टर के रूप में काम करने वाले सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार उभरती प्रौद्योगिकियों में स्टार्टअप्स की सहायता करेगी। यह सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग टेक्नालॉजी में स्टार्टअप्स को सपोर्ट करेगा।
प्रो0 ए0आर0 हरीश, आईआईटी कानपुर में अनुसंधान एवं विकास के डीन ने बताया कि ‘‘वेबसाइट इस अनूठी पहल का एक अभिन्न अंग है क्योंकि उत्कृष्टता केन्द्र ए0आई0/एम0एल0 के क्षेत्र पर केन्द्रित है। हमें यकीन है कि यह उन उद्यमियों के लिए महत्वपूर्ण होगा जो इसके माध्यम से इमर्जिंग टेक्नॉलाजी के क्षेत्र में प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा देने में प्रयासरत है। यह वेबसाइट स्टोन की आधारशिला है, इसमें छात्रों और शोधकर्ताओं के लिये एक ओपन-सोर्स बैंक होगा, जिसमें वे नई उभरती प्रौद्योगिकियों पर नवीनतम शोध और श्वेत पत्रों के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकें और लाइव चर्चा कर सकें।
डॉ0 निखिल अग्रवाल, सी0ई0ओ0, ए0आई0आई0डी0ई0-सी0ओ0ई0 ने बताया कि हमें ए0आई0/एम0एल0 को हर उस हितधारक तक ले जाते हुए खुशी हो रही है, जो इस पहल से सम्भावित रूप से लाभान्वित हो सकते हैं। हमारी वेबसाइट उन लोगों तक पहुंचेगी जो भौगोलिक रूप से केन्द्र से दूर है और नोएडा में सी०ओ०ई० में भौतिक रूप से बुनियादी ढांचे तक पहुंचने वालों के प्रयासों को बढ़ायेंगे।