नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज, इंदौर में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक (एसएसबी) का डिजिटल रूप से उद्घाटन किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद थे। मेडिकल कॉलेज एनसीडीसीसेरो-सर्वे के लिए नोडल एजेंसी भी था। रिपोर्ट आज जारी की गई।
एसएसबी का निर्माण प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत 237 करोड़ रुपये के निवेश से किया गया है। इसमें न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, कार्डियोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, प्लास्टिक और पुनर्निर्माण सर्जरी और एक अंग प्रत्यारोपण इकाई विभाग हैं। नए ब्लॉक में 10 ऑपरेशन थिएटर, 327 सुपर स्पेशियलिटी बिस्तर, 92 आईसीयू बिस्तर और 30 डीएम / एमसीएच और 28 पीजी छात्रों को प्रशिक्षण देने की क्षमता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्वस्थ राष्ट्र की परिकल्पना के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। देश के विभिन्न हिस्सों में सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता में असंतुलन को दूर करने और लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा सुविधाओं को बढ़ाने के लिएश्री वाजपेयी द्वारा 15 अगस्त 2003 को स्वतंत्रता दिवस भाषण में की गई घोषणाओं की श्रोताओं को याद दिलाते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने “छह एम्स संस्थानों की स्थापना और मौजूदा सरकारी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों का उन्नयन करने की श्री वाजपेयी की दूरदर्शिता की चर्चा की। 2014 से इस योजना को नए सिरे से आगे बढ़ाया गया और 22 नए एम्स की स्थापना और 75 सरकारी मेडिकल कॉलेजों का उन्नयन किया गया। ” उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में आठ मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं, जबकि सरकार राजगढ़, मंडला, मंदसौर, नीमच, श्योपुर और सिंगरौली जिलों में छह और के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह विश्वास भी व्यक्त किया कि भोपाल में बनाया जा रहा एनसीडीसी क्षेत्रीय केन्द्र वर्ष के अंत तक पूरा हो जाएगा।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केन्द्र ने कोविड-19 से लड़ने के प्रयासों को मजबूत करने के लिए मध्य प्रदेश को 13.99 लाख एन-95 मास्क, 7.97 लाख पीपीई, 54 लाख एचसीक्यू और 679 वेंटिलेटर प्रदान किए हैं। इसके अलावा केन्द्र सरकार ने 2,32,620 आरएनए निष्कर्षण किट, 5,87,140 आरटी-पीसीआर किट, और 2,55,850 वीटीएम किट भी प्रदान किए हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए गए विकास कार्यों की जानकारी देने के संबंध में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “हम वैश्विक समय सीमा से पांच साल पहले 2025 तक टीबी को खत्म करने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, नवीन मिशन इंद्रधनुष का लक्ष्य 12 बीमारियों के खिलाफ हर बच्चे का टीकाकरण करना और पोलियो उन्मूलन अभियान की सफलता को दोहराना है। सरकार मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की शून्य मृत्यु दर तक पहुंचने की उम्मीद करती है।”
आयुष्मान भारत योजना -एचडब्ल्यूसी और हाल ही में शुरू किए गए राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन को पहले ही 6 केन्द्र शासित प्रदेशों में शुरू किया जा चुका है और आने वाले तीन से छह महीनों में अन्य राज्यों में शुरू किया जाएगा। यह एचडब्ल्यूसी में उपलब्ध टेलीमेडिसिन सुविधाओं के साथ संयुक्त रूप से मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्यों के लिए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बहुत उपयोगी होगा।” उन्होंने इनके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए इन योजनाओं का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने के लिए उपस्थित राज्य नेतृत्व को समझाया।
इस परियोजना में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन और पूर्व स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा के योगदान को याद करते हुए श्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रसन्नता व्यक्त की कि “अस्पताल अपने निर्धारित समय से एक वर्ष पहले पूरा हो गया।”
श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में सक्रिय भूमिका के लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि राज्य को कोविड महामारी की शुरुआत के दौरान स्वैब-नमूने अन्य शहरों में ले जाने पड़ते थे जिसके बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 76 सरकारी प्रयोगशालाओं में कोविड जांच सुविधाओं का प्रबंध किया।
इस मौके पर मध्य प्रदेश की पर्यटन, संस्कृति, आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, जल संसाधन, मत्स्य कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, चिकित्सा शिक्षा मंत्रीविश्वास सारंग, भोपाल गैस त्रासदी राहत और पुनर्वास के पूर्व मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर से लोकसभा के सदस्य शंकर लालवानी, और इंदौर के विधायक आकाश विजयवर्गीय उपस्थित थे।