केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज गुजरात के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री नितिनभाई पटेल से सभी जिलों के जिला कलेक्टरों और राज्य व केंद्र के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों की उपस्थिति में बातचीत की।
सभी को यह याद दिलाते हुए कि देश इस समय महामारी के दसवें महीने में है, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “वर्तमान में सक्रिय मामले लगभग 7,72,000 हैं, जो लगभग एक महीने से 10 लाख से कम हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में 55,722 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 66,399 मामलों में देखभाल से छुट्टी दी गई है। मामलों के दोगुने होने का समय शिथिल होकर 86.3 दिन हो गया है और देश बहुत जल्द 10 करोड़ संचयी परीक्षणों का आंकड़ा पार कर लेगा।”
गुजरात में कोविड प्रबंधन पर उन्होंने कहा, “शुरुआत में शीर्ष प्रभावित राज्यों में से एक रहे, राज्य ने भारत के रिकवरी रेट (88.26 प्रतिशत) की तुलना में 90.57 प्रतिशत रिकवरी दर पाने के लिए उल्लेखनीय प्रगति की है।” उन्होंने देश के स्तर पर प्रति मिलियन (10 लाख) पर 68,901 टेस्ट के मुकाबले प्रति मिलियन 77,785 टेस्ट करने के लिए राज्य को बधाई दी। उन्होंने आगे कहा, “गुजरात के सक्रिय मामलों का दबाव अब महज 14,414 मामलों का है, जिसमें से 99.4 प्रतिशत मामलों में हालत स्थिर है। बाकी के 0.6 प्रतिशत मामलों में 86 लोग आते हैं जो अभी वेंटिलेटर पर हैं।”
अपने इस बयान को दोहराते हुए कि आगामी सर्दियां और त्यौहारों के लंबे मौसम ने बड़ा खतरा पैदा किया है, जिससे कोविड-19 के खिलाफ मिली बढ़त खतरे में पड़ सकती है, उन्होंने कहा, “हम सभी को अगले तीन महीनों के लिए सतर्क रहना चाहिए। मास्क लगाने/चेहरा ढकने, शारीरिक दूरी बनाने और लगातार हाथ धोते रहने का प्रधानमंत्री का संदेश अंतिम नागरिक तक पहुंचना चाहिए। इनका अनुपालन न करने वालों पर निगरानी के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। कोविड के लिहाज से उपयुक्त व्यवहार का पालन करना बूटी है।”
डॉ. हर्षवर्धन ने अहमदाबाद, गांधीनगर, राजकोट, वडोदरा और सूरत के जिला कलेक्टरों से बातचीत की, जो सबसे अधिक प्रभावित जिले थे और अपने शहरी स्वभाव के कारण जोखिम में हैं। उन्होंने जूनागढ़ और जामनगर जिलों में कोविड की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों का भी जायजा लिया, जहां पिछले कुछ हफ्तों में पॉजिटिव मामलों में उछाल दर्ज किया गया है।
आगामी सीज़न, जिसमें उत्सवों के अलावा शादियों और पर्यटन में वृद्धि देखी जाती है, से जुड़ी तैयारियों की स्थिति पर श्री नितिनभाई पटेल ने कहा, “विभिन्न गतिविधियों को सुरक्षित तरीके से करने के लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स) जारी किए गए हैं। बसों के माध्यम से अहमदाबाद जाने वाले लोगों को शहर की सीमा के बाहर परीक्षण किया जाता है और अगर कोई पॉजिटिव मिलता है तो उसे आइसोलेशन केंद्रों को भेजा जाता है।”
जीवन के साथ-साथ आजीविका को बचाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप श्री पटेल ने कहा कि उद्योगों द्वारा बिजली का उपयोग कोविड के पहले के स्तर तक पहुंच रही है और राज्य ने जीएसटी संग्रहण में भी बढ़ोतरी देखी है।
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ. सुजीत सिंह ने आगाह किया कि राज्य में सभी लोग कोविड के प्रक्षेप पथ पर मौजूद हैं और उन्हें इन्फ्लूएंजा को लेकर भी सतर्क रहने की चेतावनी दी, जो आमतौर पर सर्दियों के महीनों में अपने चरम पर होता है।
श्रीमती आरती आहूजा, अतिरिक्त सचिव (स्वास्थ्य), सुश्री जयंती रवि, प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य), गुजरात, प्रो (डॉ.) बलराम भार्गव, डीजी आईसीएमआर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित रहे।