नई दिल्ली: डॉ. राम मनोहर लोहिया केअटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अटल जी के नाम पर संस्थान का नाम रख देने से ही हमारी जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती है। हमें उनके पदचिन्हों पर चलना होगा। हमारी प्रतिबद्धता उनके निहित स्वभाव और विरासत से प्रतिबिंबित होनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, दिल्ली के उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल, सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी, और अटल जी के लंबे समय के सहयोगी श्री शिव कुमार की उपस्थिति में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक और डॉक्टरों के नए छात्रावास की आधारशिला रखी।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा उन्होंने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की राजनीतिक प्रतिबद्धता, दृष्टिकोण और मार्गदर्शन को दर्शाती है। इससे न केवल देश में स्वास्थ्य सेवा मजबूत हुई है बल्कि देश के दूर दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा पेशवरों की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। प्रधानमंत्री वर्ष 2022 तक ‘न्यू इंडिया’ अर्जित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस तरह की पहल उस भारत की पहचान होगी। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर याद करते हुए उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी उन गिने-चुने नेताओं में से एक थे जिन्हें समाज के हर वर्ग से प्यार मिला और विरोधियों से भी सम्मान और प्रशंसा प्राप्त हुई।
श्री वाजपेयी ने 2003 में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) नामक एक प्रमुख योजना की घोषणा की थी और इस योजना के तहत 2003 में छह नए आयुर्विज्ञान संस्थान स्थापित किये गये थे।पोलियो और मातृ स्वास्थ्य का उदाहरण देते डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अटल जी ने यह व्यावहारिक परिकल्पना की थी और भारत के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के स्वीकार्य मानक को अर्जित करने के उद्देश्य से इसे शुरू किया गया था। उनके शासन के दौरान ही एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी शुरू की गई थी डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान में इस वर्ष एमबीबीएस की 100 सीटें है। यह प्रतिष्ठित संकायों और विश्व स्तर के बुनियादी ढांचे से युक्त एक अति आधुनिक मेडिकल कॉलेज होगा। सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में 550 से अधिक बेड हैं और डाक्टरों के नये छात्रावास में 827 बेड होंगे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे एक दूरदर्शी नेता थे जो सभी से प्यार करते थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और यह इस दिशा में उठाया गया एक कदम है।