नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज डॉ.राममनोहर लोहिया और सफदरजंग अस्पतालों का दौरा किया और कोविड-19 से मुकाबला करने की तैयारियों का व्यक्तिगत रूप सेजायजा लिया।
डॉ.राममनोहर लोहिया अस्पताल में, केन्द्रीय मंत्री ने फ्लू कॉर्नर, आपातकालीन देखभाल केन्द्र, ट्रॉमा सेंटर ब्लॉक और कोरोना स्क्रीनिंग सेंटर का दौरा किया। इन केन्द्रों के कामकाज का निरीक्षण करने के बाद, स्वास्थ्य मंत्री ने स्क्रीनिंग प्रक्रिया की गति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी विभाग का भी दौरा किया, जो प्रतिदिन बड़ी संख्या में नमूने ले रहा है, जहां उन्होंने नमूने लेने और वैज्ञानिक परीक्षण की प्रक्रिया का सूक्ष्मता से अवलोकन किया। उन्होंने उचित संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए विभाग की सराहना की जिसके कारण परीक्षण के परिणामों में सटीकता और साथ ही प्रामाणिकता सुनिश्चित हुई है। मरीजों को अलग रखने के बिस्तरों की बढ़ती आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल का ट्रॉमा सेंटर समर्पित कोविड-19 एकांत वार्ड के रूप में कार्य करेगा।
इसके बाद, केन्द्रीय मंत्री ने सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने सुपर स्पेशिऐलेटी ब्लॉक में उपलब्ध सुविधाओं की विस्तारसे समीक्षा की, जिसे अत्याधुनिक कोविड-19 एकांत प्रबंधन केन्द्र में बदल दिया गया है, जिसमें 400 एकांत और 100 आईसीयू बिस्तरेशामिल हैं।
दो अस्पतालों में प्रबंधन और उपचार करा रहे रोगियों की विस्तृत समीक्षा के दौरान, डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड-19 से पीडि़त मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों, नर्सों, अस्पताल और स्वच्छता कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे मरीजों को तत्काल राहत प्रदान करने और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा क्षेत्र में जगह बनाने के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं। उन्होंने देश में कोविड -19 के प्रभावों को लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र के सामने आ रही चुनौतियों की भी चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कर्मियों से अपनी कड़ी मेहनत जारी रखने के लिए कहा क्योंकि यह सब मानवता की सेवा के लिए है। देश में डॉक्टरों, और अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के समर्पित और एकाग्रता से काम करने का अभिवादन करते हुए, उन्होंने कहा कि देश को अपने समर्पित स्वास्थ्य पेशेवरों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने लगभग पूरी दुनिया को जकड़ रखा है। हमने प्रधान मंत्री की नियमित निगरानी और मार्गदर्शन के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य योद्धाओं की त्वरित कार्रवाई और सहयोग के कारण भारत में इस पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को स्वच्छता की कुछ बुनियादी बातों को ध्यान में रखकर लड़ा जा सकता है। इसमें नियमित रूप से और उचित तरीके से हाथ धोना, चेहरे और आंखों को छूने से बचाना और एक दूसरे से दूरी बनाए रखना (सोशल डिस्टेंसिंग) शामिल है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधान मंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने प्रसारण में इन आवश्यक सावधानियों को आज फिर से दोहराया है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के प्रभाव को रोकने के लिए लॉकडाउन एक उपयुक्त अवसर है जहां बीमारी को फैलने से रोकने के लिए घर पर रहकर सभी का योगदान सामूहिक रूप से एक महत्वपूर्ण अस्त्र है।