नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना हो चुके हैं। डॉ. हर्ष वर्धन 28 जून, 2019 को स्वास्थ्य एवं वित्त मंत्रियों के संयुक्त अधिवेशन को भी संबोधित करेंगे। बैठक में भारत घरेलू संसाधनों के सृजन के महत्व पर जोर देते हुए, विकासशील देशों में व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा (यूएचसी) के वित्त पोषण के महत्व को दोहराएगा। जापान 28 जून, 2019 को जी-20 शिखर सम्मेलन में स्वास्थ्य एवं वित्त मंत्रियों के अब तक के सबसे पहले संयुक्त अधिवेशन की मेजबानी कर रहा है।
इस कार्यक्रम में, डॉ. हर्ष वर्धन वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्रालयों के बीच विशिष्ट संबंध के बारे में चर्चा करेंगे, जो स्वास्थ्य-वित्त शासन की मजबूती तथा स्वास्थ्य के लिए टिकाऊ संसाधन जुटाने के लिए महत्वपूर्ण है।
व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा के सपने को पूरा करने के लिए प्रमुख पहलों को ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन आयुष्मान भारत कार्यक्रम के बारे में भी चर्चा करेंगे, जो व्यापक और समन्वित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है और व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक प्रमुख इंजन है। एबी-हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों की ओर से रोग प्रतिरक्षण और पोषण सहित मातृ, नवजात और शिशु स्वास्थ्य सेवाओं जैसी अनिवार्य प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इस प्रकार शिशुओं के महत्वपूर्ण शुरूआती वर्षों के दौरान मानवीय पूंजी विकास हो पाता है। ये केंद्र सामान्य असंक्रामक रोगों तथा प्रमुख संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं प्रबंधन के लिए भी अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। अन्य घटक, एबी-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत द्वितीयक एवं तृतीयक अस्पताल में भर्ती सुविधा के लिए लगभग 500 मिलियन गरीबों और वंचित लोगों को नि:शुल्क एवं नकद रहित सेवा प्रदान की जाती है।
जापान व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होने के साथ-साथ मलेरिया तथा अन्य संक्रामक रोगों से लड़ने के लिए वित्तपोषण में काफी आगे है।