नई दिल्ली: अल्पसंख्यक कार्यमंत्री डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने कल शाम को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में
‘निरंतरता की लडि़यां: पारसी जीवन और संस्कृति’ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मंत्री महोदया ने कहा कि निरंतरता की लड़ियाः पारसी जीवन और संस्कृति एक अलग प्रकार की प्रदर्शनी है। यह जीवन के दर्शन को प्रदर्शित करती है। यह कांस्य युग से चली आ रही अटूट कड़ी है। मुझे प्रसन्नता है कि यह प्रदर्शनी श्री पारजोर के दो दशक तक क्षेत्र में किए गए कार्यों और रिकॉर्डिंग का नतीजा है, जिसमें ईरान और भारत में ज़ारथुश्टी और पारसी जीवन को समान महत्व दिया गया है।
संक्रांति और नई शुरूआत के इस अवसर पर सभी को नवरोज़ की मुबारकबाद देते हुए उन्होंने सबके लिए समृद्धि का कामना की। उन्होंने कामना की कि यह दिन मित्रता और सद्भावना की भावना के साथ मनाया जाए और सभी के जीवन में खुशियां लाए। उन्होंने कहा कि जैसा कि आज के दिन विश्व की विभिन्न संस्कृति और समुदाय नये वर्ष का स्वागत करते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि मानवता की एकता और हमारे बीच चिरस्थायी आपसी संबंधों को याद किया जाए। आज स्वीकार्यता के संदेश को फैलाने के लिए एकता के महत्व को पहचानना होगा और विपरित परिस्थितियों तथा चुनौतियों से निपटने के लिए हमें एकजुट खड़ा होना होगा।
उन्होंने कहा कि इस समुदाय की निरंतरता की लड़ियों का मज़ा और भोजन का लुत्फ उठाएं, जो भारतीय कपड़े का एक महत्वपूर्ण धागा है।