नई दिल्ली: राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार के संबंध में परमाणु ऊर्जा विभाग एवं अंतरिक्ष विभाग की पुनर्गठित संयुक्त हिंदी सलाहकार समिति की पहली बैठक
केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डीओएनईआर) (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित की गई। इस बैठक में डॉ. शेखर बसु, सचिव परमाणु ऊर्जा विभाग, श्री आ. सी. किरण कुमार, सचिव अंतरिक्ष विभाग, राज्य सभा सदस्य प्रोफेसर मृणाल मिरि, राज्य मंत्री द्वारा नामित गैर-सरकारी सदस्य श्री भगवान दास पटैरिया, प्रो. बी. वाई. ललिताम्बा, डॉ. दामोदर खडसे, प्रो. एम. वेंकटेश्वर, डॉ. ऋता शुक्ल, डॉ. शत्रुघ्न प्रसाद, डॉ. आरसू एवं विभागों के उच्चाधिकारियों ने भी भाग लिया।
उपर्युक्त बैठक में डॉ. जितेन्द्र सिंह ने हिंदी भाषा के ज्ञान को उपयोगिता से जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर प्रयास किये जाने चाहिए। इस उपलक्ष्य पर उन्होंने ‘मंगल एटलस’ पुस्तिका के हिंदी संस्करण का विमोचन भी किया। उन्होंने हिंदी भाषा के संबंध में युवा वर्ग के निरंतर मार्गदर्शन पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा राष्ट्र, समाज तथा संस्कृति के विकास के लिए महत्वपूर्ण माध्यम है।
परमाणु ऊर्जा विभाग एवं अंतरिक्ष विभाग ने हिंदी के उपयोग एवं राजभाषा नीति के कार्यान्वयन संबंधित प्रस्तुति दी। विभागों के द्वारा हिंदी में लेखन को बढ़ावा देने तथा वैज्ञानिकों द्वारा हिंदी में लिखी गई पुस्तकों की जानकारी भी दी। बैठक के दौरान समिति के सदस्यों ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार संबंधित विषयों पर महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किये।