नई दिल्ली: केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने आज वाराणसी में कहा कि विकास एवं अवसर के पूर्वोत्तर मॉडल को देश भर में दुहराया जा रहा है और ऐसा इसलिए संभव हुआ है क्योंकि देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों, विशेष रूप से युवाओं को उन अवसरों से लगातार अवगत कराया जा रहा है जो पूर्वोत्तर क्षेत्र उनके लिए प्रस्तुत कर सकता है।
वाराणसी में बीएचयू परिसर में चार दिवसीय ‘गंतव्य पूर्वोत्तर’ के दूसरे दिन विभिन्न मंडपों का अवलोकन करते हुए एवं प्रतिभागियों एवं आगंतुकों, जिनमें अधिकांश युवा थे, से परस्पर बातचीत करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि इसके बावजूद कि विश्वविद्वालय के विभिन्न विभागों में परीक्षाएं चल रही हैं, इस समारोह को बेहद उत्साजनक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में छात्र मंडपों का अवलोकन कर रहे हैं और पूर्वोत्तर के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने बांस का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि संभवत: ऐसा पहली बार हुआ होगा कि बुद्ध की बांस की प्रतिमा और कामख्या के पवित्र मंदिर के बांस के मॉडल सहित बांस के एपयोग के विभिन्न पहलुओं को इतने व्यापक रूप से प्रदर्शित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसका सकारात्मक परिणाम यह रहा कि बड़ी संख्या में युवा एवं मीडियाकर्मी यह समझने के लिए इस स्थान का भ्रमण कर रहे हैं कि आजीविका के स्रोतों में मदद करने एवं जीवन की सुगमता में इससे कैसे मदद मिल सकती है।
फूड आउटलेट एवं पारंपरिक सांस्कृतिक प्रदर्शनों के अतिरिक्त, बी2बी बैठकों ने युवाओं को काफी आकर्षित किया जिन्होंने अपनी उद्वमशीलता योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए पूर्वोत्तर की पद्धति के उपयोग पर गंभीरतापूर्वक विचार किया।