नई दिल्ली: पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज यहां आरंभ किए गए स्वच्छता पखवाड़ा के अवसर पर पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डोनर) के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ‘स्वच्छता शपथ’ दिलाई। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय 16 फरवरी से लेकर 28 फरवरी, 2017 तक ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ मना रहा है।
इस अवसर पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमें स्वच्छता को अपनी आदतों में शुमार कर देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता पखवाड़ा मनाए जाने के बाद भी स्वच्छता से जुड़ी गतिविधियों को निरंतर जारी रखा जाना चाहिए। इस संबंध में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि लोगों के नजरिए में बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2014 में शुरू किए गए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ में युवाओं की भागीदारी पर विशेष जोर दिया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि चाहे स्वच्छ भारत मिशन हो या नोटबंदी का निर्णय, देश भर के लोगों ने केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र साफ-सफाई के लिए जाना जाता है। उदाहरण के लिए, सिक्किम खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) राज्य बन गया है और यह भारत का पहला ऐसा राज्य है जिसने इस समस्या से पूरी तरह निजात पाई है। उन्होंने यह भी बताया कि मेघालय के एक गांव ने एशिया के सबसे स्वच्छ गांव का खिताब जीता है। मंत्री महोदय ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के इन शानदार उदाहरणों से शेष भारत को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र को स्वच्छता अभियान में अग्रणी की भूमिका निभानी चाहिए।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में सचिव श्री नवीन वर्मा और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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