नई दिल्ली: आगामी विशेष कार्यक्रम ‘ऑस्ट्रेलिया में भारत के संगम महोत्सव’ के लिए कल रात प्रतिष्ठित सिडनी ओपेरा हाउस में भव्य स्वागत और संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में भारत के लोकप्रिय फोक बैंड-रघु दीक्षित, भारत की अग्रणी डांस कंपनियों में से एक नृत्य ग्राम डांस इनसेम्बलम और पुंग चोलोम ने शानदार प्रदर्शन किया। पुंग चोलोम में कलाबाजी, मार्शल आर्ट और ड्रम का एक साथ जीवंत और रोमांचक प्रदर्शन किया जाता है।
इस समारोह में ऑस्ट्रेलिया और भारत के कलाकारों ने नृत्यों के विशिष्ट हावभाव, लय में निहित समानता को दर्शाया। जाने-माने भारतीय गायक और कम्पोजर सोनम कालरा का सूफी संगीत तथा आदिवासी धुनों की जाज की लय पर जुगलबंदी और शास्त्रीय तथा लोक नृत्य को देखकर दर्शक भाव-विभोर हो गए।
इस महोत्सव के जरिए प्रत्येक विशिष्ट शैली के असाधारण पहलुओं को दर्शाने के साथ ही नृत्य और संगीत का सार्वभौमिक उपयोग कर सीमा रहित प्रदर्शन करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। इस समारोह में कविता और प्रार्थनाओं के जरिए पूर्वी और पश्चिमी आवाज के साथ भारतीय और पश्चिमी संगीत परम्परा का संगम किया गया है।
संगीत समारोह से पहले न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) सरकार ने स्वागत समारोह आयोजित किया और इसका प्रतिनिधित्व एनएसडब्ल्यू के बुजुर्गों के लिए मंत्रालय, विक्लांगता सेवा मंत्री और बहु-संस्कृतिवाद मंत्री जॉन अजाका ने किया। इस अवसर पर पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा, ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायुक्त श्री नवदीप सूरी और सिडनी में भारतीय महावाणिज्य दूत श्री बी. वनलालवावना भी उपस्थित थे।
ऑस्ट्रेलिया में भारत का संगम महोत्सव वहां भारत की कला और संस्कृति के प्रदर्शन का अब तक का सबसे महत्वपूर्ण मंच है। इसमें भारत की कला, संस्कृति और परम्परा की अदभुत जीवंत शैलियों का विश्वस्तरीय प्रदर्शन किया जा रहा है। इस महोत्सव के दौरान 15 अगस्त से लेकर 8 नवम्बर तक सिडनी, कैनबरा, मेलबर्न, ब्रिस्बेन, पर्थ, एडिलेड और एलिस स्प्रिंग्स में कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे हैं। कार्यक्रम का पूरा विवरण महोत्सव की वेबसाइट confluencefoi.com पर उपलब्ध है।
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायुक्त श्री नवदीप सूरी ने कहा,‘संगम का अर्थ कला और कलाकारों, विचारों और आदर्शों तथा संस्कृतियों और सभ्यताओं का मिलन बिंदु है। दो नदियों के जल के समान वे एक दूसरे के साथ अपनेविचार साझा कर उनको आत्मसात करते हैं। ऐसी ही बातों का बढ़ावा देना हमारे सहयोग के इस महोत्सव का उद्देश्य है। पहली बार सिडनी के ओपेरा हाउस से मेलबर्न के फेडरेशन स्क्वायर, ब्रिस्बेन के क्यूपीएसी से एडिलेड के फेस्टिवल सेंटर, कैनबरा के ओल्ड पार्लियामेंट से लेकर पर्थ के स्टेट थियेटर में भारत महोत्सव से दर्शकों को रोमांचित करने के साथ ही हमारे कलाकारों के बीच सौहर्दापूर्ण सहयोग तथा सांस्कृतिक संपर्क स्थापित किया जा रहा है।’