“देश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने और लोगों की सीजीएचएस सेवाओं तक पहुंच बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए, केन्द्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) वेलनेस सेंटरों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है। सीजीएचएस के अंतर्गत शामिल शहरों की संख्या 2014 में 25 थी, जो अब बढ़कर 75 हो गई है। यह लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से सुलभ कराने की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की परिकल्पना के अनुरूप है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सिलचर में आज सीजीएचएस के एक वेलनेस सेंटर का वर्चुअली उद्घाटन करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर लोकसभा सांसद डॉ. राजदीप रॉय और सिलचर के विधायक श्री दीपायन चक्रवर्ती मौजूद थे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मांडविया ने लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध कराने की केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि सिलचर में नया सीजीएचएस केन्द्र न केवल सिलचर बल्कि पड़ोसी जिलों करीमगंज और हैलाकांडी और बराक घाटी में रहने वाले केन्द्र सरकार के सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि हालांकि सिलचर बराक घाटी के प्रमुख शहरों में से एक है लेकिन इसके बावजूद लाभार्थियों को सीजीएचएस सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आइजोल से 180 किमी या शिलांग तक 208 किमी से अधिक की यात्रा करनी पड़ती थी। नया वेलनेस सेंटर कई हजारों लाभार्थियों की चिकित्सा जरूरतों को पूरा करेगा और उनकी कठिनाइयों को कम करेगा, क्योंकि अब उन्हें यात्रा करके इतनी दूर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वेलनेस सेंटर सरकारी और पैनलबद्ध अस्पतालों में दवाओं, जांच के लिए रेफरल के साथ-साथ अस्पताल में इलाज सहित ओपीडी सेवाएं प्रदान करेगा। पैनल में शामिल अस्पतालों में इलाज के लिए कैशलेस सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
डॉ. मांडविया ने कहा कि “नए सीजीएचएस वेलनेस सेंटर के साथ, गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ के बाद सिलचर असम का तीसरा शहर है जहां सीजीएचएस सुविधाएं हैं। वेलनेस सेंटर सीजीएचएस सेवाओं की पहुंच में सुधार और इसकी कवरेज का विस्तार करने के सरकार के प्रयास में देश भर में स्थापित किए जा रहे 16 नए सीजीएचएस केन्द्रों में से एक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अपने लाभार्थियों को सीजीएचएस द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं में सुधार के लिए कई मोर्चों पर कार्य कर रहा है। मिशन मोड में दैनिक निगरानी द्वारा शिकायत निवारण, बिल आदायगी में तेजी लाने, निजी अस्पतालों के पैनल के नेटवर्क का विस्तार और अन्य कदमों से त्वरित अदायगी हुई है और लंबित मामलों की संख्या में कमी आई है।
डॉ. मांडविया ने यह भी कहा कि सरकार ने देश में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। पीएम-एबीएचआईएम (प्रधानमंत्री- आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन) के तहत 64,000 करोड़ रुपये, ईसीआरपी-I के तहत 15,000 करोड़ रुपए और राज्यों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ईसीआरपी-II के तहत 23,000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
केन्द्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) की शुरुआत 1954 में की गई थी। इसका उद्देश्य केन्द्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों और उनके आश्रितों को व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। इस समय इस योजना के अंतर्गत 75 शहरों में 41 लाख से अधिक लाभार्थी हैं।
इस अवसर पर केन्द्र सरकार के अधिकारियों और सीजीएचएस लाभार्थियों के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में अपर सचिव श्री आलोक सक्सेना, सीजीएचएस के निदेशक डॉ. निखिलेश चंद्रा उपस्थित थे।