लखनऊ: अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल की अध्यक्षता में आज आयोजित उ0प्र0 लघु उद्योग निगम बोर्ड की 247वीं बैठक में चार प्रमुख प्रस्ताव स्वीकृत हुए। प्रदेश के चार जनपदों में 345 करोड़ रुपये की लागत से फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण तथा कानपुर में एक जिला-एक उत्पाद(ओ0डी0ओ0पी0) डिस्प्ले सेंटर बनाने की मंजूरी दी गई। इसके अलावा 05 से 50 एकड़ क्षेत्र में पी0पी0पी0 माडल पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये जाने संबंधी प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया। साथ ही छोटे कारोबारियों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराने के लिए यूपिको एवं उ0प्र0 लघु उद्योग निगम लि0 के मध्य संयुक्त उद्यम एसेट लेंडिंग बैंकिंग (ए0बी0एल0) बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गई।
डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि उ0प्र0 लघु उद्योग निगम के खाली पड़े भूखण्डों/शेडों पर फ्लैटेड फैक्ट्री विकसित करने की योजना बनाई गई है। बोर्ड द्वारा उद्यमियों की सुविधा और निगम के व्यवसायिक हित के दृष्टिगत रखते हुए प्रथम चरण में 04 जनपदों लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद तथा आगरा में फ्लैटेड फैक्ट्री बनायी जायेंगी। उन्होंने कहा कि आगरा के फाउण्ड्री नगर में पांच मंजिला फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण कराया जायेगा। इसमें कुल 245 फैक्ट्री हाल होंगे। इसकी लागत लगभग 185 करोड़ रुपये आयेगी। इसी प्रकार कानपुर गनर दादा नगर, लखनऊ में स्कूटर इण्डिया एन्सिलरी ईस्टेट नादरगंज तथा गाजियाबाद में फ्लैटेड फैक्ट्री का विकास किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये फ्लैटेड फैक्ट्री क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम, पानी के निकासी एवं विद्युत की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों के लिए बहुमंजिला आवास बनाये जाय, जिसमें कम से कम 250 मजदूरों के लिए आवास हों। उन्होंने कहा कि सभी फ्लैटेड फैक्ट्री के लिए फैसेलिटी मैनेजमेंट का गठन भी किया जाय।
अपर मुख्य सचिव कहा कि राजकीय औद्योगिक आस्थान फजलगंज कानपुर में आई0यू0सी0डी0 की फैक्ट्री कई वर्षों से बंद थी। इस भूमि पर पुनः व्यवसायिक दृष्टिकोण से ओ0डी0ओ0पी0 डिस्प्ले संेटर बनाने का निर्णय गया है। इस सेंटर के स्थापित होने से ओ0डी0ओ0पी0 उद्यमियों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने हेतु शहर के बीच में एक व्यवसायिक स्थल प्राप्त होगा। वहीं ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद भी आसानी से ग्राहकों तक पहुंच सकेंगे। उन्होंने कहा कि यू0पी0एस0आई0सी0 द्वारा प्रदेश में 05 से 50 एकड़ भूमि पर निजी क्षेत्र के सहयोग से पी0पी0पी0 माडल पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जायेगा।