लखनऊः अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने एक जिला-एक उत्पाद (ओ0डी0ओ0पी0) कार्यक्रम तहत संचालित सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन जनपदों में सीएफसी भवन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, वहां तत्काल मशीनों/उपकरणांे के टेण्डर प्रक्रिया शुरू कर दी जाय। उन्होंने कहा कि ओडीओपी कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महत्वाकांक्षी योजना है। इसलिए इसके क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
डा0 सहगल ने आज लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में वर्चुअल माध्यम से 29 जनपदों में स्थापित हो रहे 39 सीएफसी की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 15 सीएफसी कार्यान्वयन चरण में हैं, इनमें से सात प्रोजेक्ट में कार्य शुरू हो चुका है, जबकि शेष आठ प्रोजेक्ट टेण्डर/मैप अप्रूवल की अंतिम स्थति में है। इसके अतिरिक्त 07 प्रोजेक्ट के लिए सेंक्शन लेटर जल्द निर्गत कर दिया जायेगा। उन्होंने निर्देश दिए अन्य 06 प्रोजेक्ट को अंतिम निर्णय हेतु एसएलसी की मीटिंग में प्रस्तुत किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि छः प्रोजेक्ट पर सैधांतिक सहमति के लिए प्राप्त हो चुके है। शेष बचे 11 प्रोजेक्ट पर अंतिम अपू्रवल प्राप्त करने की कार्यवाही में तेजी लाई जाय। अगले माह तक सभी 39 सीएफसी का कार्य शुरू हो जाना चाहिए।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सीएफसी योजना के तहत जनपद सिद्धार्थनगर में 6.96 करोड़ की लागत से राइस प्रोसेस मिल तथा कालानमक चावल के वेयअरहाउस की स्थापना कराई जा रही है। मुरादाबाद में 9.96 करोड़ रुपये की लागत से फिजिकल वेपर डिस्पोसीजन सीएफसी स्थापित होगी। सीतापुर में 2.25 करोड़ रुपये की लागत से डिजाइन एण्ड सैम्पलिंग फैसेलिटी, एक्जीविशन एवं सेलिंग संेटर, टेªडिंग इंस्टीट्यूट तथा कामन प्रोडेक्शन सेंटर की स्थापना होगी। इनके अलावा आगरा में 13.18 करोड़ रुपये से लेदर गुड्स ट्रेनिंग सेंटर तथा प्रोडेक्ट डेवलेपमेंट एवं कामन प्रोडेक्शन संेटर का निर्माण कराया जा रहा है। सम्भल में 9.91 करोड़ रुपये की लागत से बटन प्रोसेसिंग यूनिट, लकड़ी मसाला संयंत्र तथा एन्सेलरी प्लांट की स्थापना होगी।
डा0 सहगल ने कहा कि इसी प्रकार सहारनपुर में 9.90 करोड़ की लागत से केमिकल ट्रीटमेंट प्लांट, वुड सिजोनिंग प्लांट तथा कटिंग मशीन के लिए सीएफसी स्थापित कराई जा रही है। आजमगढ़ में 1.81 करोड़ रुपये से ब्लैक पाटरी के लिए नई तकनीक पर आधारित मशीन स्थापित होगी, अम्बेडकर नगर में 4.50 करोड़ रुपये राॅ-मटेरियल बैंक तथा काॅमन प्रोसेसिंग सेंटर से संबंधित सीएफसी का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि इनके अतिरिक्त उन्नाव में 3.15 करोड़ रुपये, मुरादाबाद में 19.52 करोड़ रुपये की लागत से दो सीएफसी की स्थापना होगी। वाराणसी में 9.74 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाली सीएफसी में आटोमेटेड स्क्रीन प्रिंटिंग तथा डिजिटल पिं्रटिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। इसी प्रकार लखनऊ में 3.88 करोड़ रुपये से तैयार हो रही सीएफसी में राॅ-मटेरियल बैंक एवं कामन प्रोसेसिंग संेटर होगा।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बरेली में 6.82 करोड़ रुपये, भदोही में 8.68 करोड़ रुपये, गाजियाबाद में 14.88 करोड़ रुपये मैनपुरी में 1.00 करोड़ रुपये, मऊ में 6.84 करोड़ रुपये, मिर्जापुर में 7.58 करोड़ रुपये, मुजफ्फरनगर में 5.10 करोड़ रुपये तथा बिजनौर में 9.96 करोड़ रुपये की लागत से ओडीओपी उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए सीएफसी की स्थापना कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह 22 सीएफसी अंडर इम्पलीमेंटेशन है। इनके अलावा 17 अन्य सीएफसी के स्थापना संबंधी कार्यवाही तीव्र गति से चल रही है। शीघ्र ही इन पर भी कार्य शुरू हो जायेगा।
डा0 सहगल ने जनपदीय अधिकारियों को निर्देश भी दिये कि सीएफसी स्थापना से जुड़े उद्यमियों की हर सम्भव मदद की जाय। जिन जनपदों में एसपीवी कागजी कार्यवाही पूर्ण करने में विलम्ब कर रही है, उनके साथ बैठकर आवश्यक दस्तावेजों को यथाशीघ्र पूरा कराया जाय। उन्होंने कहा कि यह कम्यूनिटी डेवलेपमेंट का काम है और मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता में शामिल है। इसलिए इस योजना को आगे बढ़ाने में उद्यमियों को पूरी मदद की जाय। समीक्षा के दौरान उन्होंने समस्त 39 जनपदों के सीएफसी स्थापित करने वाली एसपीवी एवं उद्यमियों संवाद भी किया।